न्यायालय परिसर में हिंदी की प्रतियोगिता, न्यायायिक अफसरों और अधिवक्ताओं ने जीते पुरस्कार
दीवानी न्यायालय परिसर में शनिवार को हिंदी पखवारा समापन समारोह का आयोजन हुआ। जनपद न्यायाधीश ने सरस्वती प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया।
कानपुर (जागरण संवाददाता)। जनपद न्यायाधीश आरके गौतम ने कहा है कि हिंदीमें काम करना कोई शर्म की बात नहीं है। हिंदी का प्रचार और प्रसार विश्व में तेजी से हो रहा है। वह हिंदी पखवारा समापन पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। न्यायालय परिसर में बीते एक पखवारे से हिंदी के उत्थान को लेकर जागरूकता अभियान चलाया गया। इसके साथ ही हिंदी लेखन और ड्राफ्ंिटग आदि की प्रतियोगिताएं हुईं। इसमें न्यायायिक अफसरों और अधिवक्ताओं ने प्रतिभाग किया।
दीवानी न्यायालय परिसर में शनिवार को हिंदी पखवारा समापन समारोह का आयोजन हुआ। जनपद न्यायाधीश, महापौर प्रमिला पांडेय, जिलाधिकारी विजय विश्वास पंत, ब्रिगेडियर नवीन सिंह, लॉयर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष रामसेवक यादव, बार एसोसिएशन के अध्यक्ष और महामंत्री भानु प्रताप सिंह ने सरस्वती प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया।
बार एसोसिएशन के अध्यक्ष राधाकृष्ण पांडेय ने कहा कि 1976 में जब वकालत शुरू की थी तब अंग्रेजी में ही निर्णय होते थे। संचालन अपर सिविल जज श्रेया भार्गव ने किया। हिंदी विधि प्रतिष्ठान के प्रभारी रजत सिंह जैन, सचिव सुरेंद्र प्रताप सिंह, कमलेश पाठक, सुरेश सिंह चौहान, डीजीसी सिविल धर्मेंद्र सिंह, रवींद्र वर्मा, प्राणनाथ मिश्रा, शरद शुक्ला, अश्वनी आनंद उपस्थित रहे।
इनको मिला सम्मान
-महामंत्री भानु प्रताप सिंह को बैरिस्टर नरेंद्रजीत सिंह उत्कर्ष सेवा सम्मान
-अधिवक्ता योगेश भसीन को पंडित रामबालक मिश्र स्मृति पर्यावरण सुरक्षा सम्मान
-अधिवक्ता कमलेश कुमार पाठक को वरिष्ठ अधिवक्ता सत्यप्रकाश श्रीवास्तव स्मृति अधिवक्ता कल्याण सम्मान
-एडीजे कुमारी अफशां और वरिष्ठ अधिवक्ता शंकरदत्त त्रिपाठी को श्रीप्रकाश गुप्त स्मृति सम्मान
-बार और लॉयर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष द्वारा दुर्गाचरण मिश्र को स्मृति चिह्न भेंट कर सम्मान
हिंदी निर्णय लेखन व ड्राफ्टिंग में पुरस्कृत
1-एडीजे रवींद्र कुमार
2-एमएम ऐश्वर्य प्रताप सिंह
3-एडीजे अशोक कुमार यादव
1-अधिवक्ता कैलाशनाथ सैनी
2-अधिवक्ता सुधीर कुमार द्विवेदी
3-अधिवक्ता रेवतीशरण निगम
बार एसोसिएशन ने जारी किया लोगो
अधिवक्ता का चिह्न बना लोगो वाहनों पर लगाकर अब फर्जी वकील सड़क पर रौब नहीं गांठ पाएंगे। शनिवार को जनपद न्यायाधीश ने बार एसोसिएशन द्वारा जारी लोगो का लोकार्पण किया। वकालत करने वाले अधिवक्ताओं को यह लोगो बार एसोसिएशन अथवा लॉयर्स एसोसिएशन से जारी होगा, जिसमें एसोसिएशन की क्रम संख्या के साथ अधिवक्ता के वाहन नंबर और दोनों संस्थाओं के महामंत्रियों के हस्ताक्षर होंगे।
बार एसोसिएशन के महामंत्री भानु प्रताप सिंह ने बताया कि जारी होने वाले लोगो का डाटा संस्था में मौजूद रहेगा। किसी भी तरह की समस्या आने पर पुलिस व प्रशासन किसी भी वाहन पर लगे लोगों की जांच करा सकते हैं। रामसेवक यादव, राम सिंह गौर, आशा साहू, कपिल देवराय सिंहा के मोनोग्राम मंच द्वारा जारी किए गए।