जीआरपी सिपाहियों की बहादुरी से टल गई वारदात, कन्नौज का नेता निकला मास्टर माइंड Kanpur News
फरक्का एक्सप्रेस से बंधक चालक और क्लीनर को छुड़ाकर बदमाशों को दबोचा।
By Edited By: Published: Mon, 02 Sep 2019 01:25 AM (IST)Updated: Mon, 02 Sep 2019 08:22 AM (IST)
कानपुर, जेएनएन। सेंट्रल स्टेशन स्थित जीआरपी थाने के दो सिपाहियों की सूझबूझ और बहादुरी से शनिवार रात एक बड़ी वारदात टल गई। फरक्का एक्सप्रेस में दोनों सिपाहियों ने अपहृत ट्रक चालक और क्लीनर को छुड़ाकर बदमाशों को दबोच लिया।
एटा में ट्रक लूटकर ड्राइवर क्लीनर को किया अगवा
आधा दर्जन बदमाशों ने रात में एटा के पास 30 लाख रुपये का होजरी माल लदा ट्रक लूट लिया। पूछताछ में पता चला कि 14 टायरा ट्रक संख्या ओडी 04एल 7077 होजरी का माल लेकर लुधियाना से कटक जा रहा था। ट्रक में चालक दीपक प्रधान व क्लीनर बुड्डना प्रधान थे। वह ओडिशा के डेरानाल जनपद के अरहरी थाना क्षेत्र के गांव श्रीमतपुर के रहने वाले हैं। दीपक ने बताया कि एटा से पहले छह बदमाशों ने ट्रक लूट लिया था। तीन बदमाश ट्रक लेकर चले गए, जबकि तीन बदमाश उन्हें बंधक बनाकर एटा रेलवे स्टेशन से फरक्का एक्सप्रेस से इटावा लेकर आ रहे थे।
इस तरह ट्रेन में पकड़े गए बदमाश
दिल्ली से मालदा टाउन जा रही फरक्का एक्सप्रेस के एस्कॉर्ट में तैनात जीआरपी कानपुर के सिपाही राम आसरे और दिनेश रात में गश्त पर थे। इटावा से ठीक पहले ट्रेन के एस-1 कोच में पांच संदिग्ध लोगों को देख सिपाहियों ने पूछताछ की तो उनमें से एक ने जनरल टिकट दिखाया और मजबूरी का बहाना बनाते हुए कुछ ले-देकर सफर करने की अनुमति चाही। इनमें से दो लोगों के डरे-सहमे चेहरे को देखकर सिपाहियों का माथा ठनका और उन दोनों से ही पूछताछ शुरू कर दी। सिपाहियों की सख्ती देख दोनों को हिम्मत बंधी। उन्होंने बताया कि तीनों बदमाश अपहरण करके हत्या के इरादे से उन्हें कहीं ले जा रहे हैं। यह सुनकर सिपाहियों ने तीनों बदमाशों को पकड़ लिया। जब तक यह घटनाक्रम हुआ ट्रेन इटावा से आगे बढ़ गई।
सिपाहियों ने दिखाई सूझबूझ
दोनों सिपाहियों ने सेंट्रल स्टेशन जीआरपी थाने में रात्रि ड्यूटी पर तैनात दारोगा श्यामलाल को मोबाइल पर जानकारी देकर पुलिस बल मांगा। एसआइ श्यामलाल ने उच्चाधिकारियों को अवगत कराया। रेलवे कंट्रोल रूम से संपर्क साधा गया। सिपाहियों से बदमाशों की मुठभेड़ न हो जाए, यह देखते हुए स्टॉपेज न होते हुए भी ट्रेन को पनकी धाम रेलवे स्टेशन पर रोका गया। जीआरपी और आरपीएफ की संयुक्त कार्रवाई में तीनों बदमाशों को गिरफ्तार कर अपहृत छुड़ाए गए।
कन्नौज का नेता है वारदात का मास्टर माइंड
एडीजी प्रेमप्रकाश, आइजी मोहित अग्रवाल, एसएसपी अनंतदेव के निर्देशन में चार टीमें बनाई गईं। एटा, कन्नौज, इटावा और मैनपुरी पुलिस को भी सतर्क किया गया। देर रात पुलिस ने लूटे गये ट्रक को भी बरामद कर लिया गया। पुलिस जांच में सामने आया कि कन्नौज के एक नेता के घर बनी लूट प्लानिंग बदमाशों से पूछताछ में पता चला कि घटना का मास्टर माइंड कन्नौज का एक नेता है। प्रमुख विरोधी दल के इस नेता के घर पर ही लूट की प्लानिंग बनी और ड्राइवर-क्लीनर को बंधक बनाकर इटावा होते हुए कन्नौज ही ले जाया जा रहा था।
एटा में ट्रक लूटकर ड्राइवर क्लीनर को किया अगवा
आधा दर्जन बदमाशों ने रात में एटा के पास 30 लाख रुपये का होजरी माल लदा ट्रक लूट लिया। पूछताछ में पता चला कि 14 टायरा ट्रक संख्या ओडी 04एल 7077 होजरी का माल लेकर लुधियाना से कटक जा रहा था। ट्रक में चालक दीपक प्रधान व क्लीनर बुड्डना प्रधान थे। वह ओडिशा के डेरानाल जनपद के अरहरी थाना क्षेत्र के गांव श्रीमतपुर के रहने वाले हैं। दीपक ने बताया कि एटा से पहले छह बदमाशों ने ट्रक लूट लिया था। तीन बदमाश ट्रक लेकर चले गए, जबकि तीन बदमाश उन्हें बंधक बनाकर एटा रेलवे स्टेशन से फरक्का एक्सप्रेस से इटावा लेकर आ रहे थे।
इस तरह ट्रेन में पकड़े गए बदमाश
दिल्ली से मालदा टाउन जा रही फरक्का एक्सप्रेस के एस्कॉर्ट में तैनात जीआरपी कानपुर के सिपाही राम आसरे और दिनेश रात में गश्त पर थे। इटावा से ठीक पहले ट्रेन के एस-1 कोच में पांच संदिग्ध लोगों को देख सिपाहियों ने पूछताछ की तो उनमें से एक ने जनरल टिकट दिखाया और मजबूरी का बहाना बनाते हुए कुछ ले-देकर सफर करने की अनुमति चाही। इनमें से दो लोगों के डरे-सहमे चेहरे को देखकर सिपाहियों का माथा ठनका और उन दोनों से ही पूछताछ शुरू कर दी। सिपाहियों की सख्ती देख दोनों को हिम्मत बंधी। उन्होंने बताया कि तीनों बदमाश अपहरण करके हत्या के इरादे से उन्हें कहीं ले जा रहे हैं। यह सुनकर सिपाहियों ने तीनों बदमाशों को पकड़ लिया। जब तक यह घटनाक्रम हुआ ट्रेन इटावा से आगे बढ़ गई।
सिपाहियों ने दिखाई सूझबूझ
दोनों सिपाहियों ने सेंट्रल स्टेशन जीआरपी थाने में रात्रि ड्यूटी पर तैनात दारोगा श्यामलाल को मोबाइल पर जानकारी देकर पुलिस बल मांगा। एसआइ श्यामलाल ने उच्चाधिकारियों को अवगत कराया। रेलवे कंट्रोल रूम से संपर्क साधा गया। सिपाहियों से बदमाशों की मुठभेड़ न हो जाए, यह देखते हुए स्टॉपेज न होते हुए भी ट्रेन को पनकी धाम रेलवे स्टेशन पर रोका गया। जीआरपी और आरपीएफ की संयुक्त कार्रवाई में तीनों बदमाशों को गिरफ्तार कर अपहृत छुड़ाए गए।
कन्नौज का नेता है वारदात का मास्टर माइंड
एडीजी प्रेमप्रकाश, आइजी मोहित अग्रवाल, एसएसपी अनंतदेव के निर्देशन में चार टीमें बनाई गईं। एटा, कन्नौज, इटावा और मैनपुरी पुलिस को भी सतर्क किया गया। देर रात पुलिस ने लूटे गये ट्रक को भी बरामद कर लिया गया। पुलिस जांच में सामने आया कि कन्नौज के एक नेता के घर बनी लूट प्लानिंग बदमाशों से पूछताछ में पता चला कि घटना का मास्टर माइंड कन्नौज का एक नेता है। प्रमुख विरोधी दल के इस नेता के घर पर ही लूट की प्लानिंग बनी और ड्राइवर-क्लीनर को बंधक बनाकर इटावा होते हुए कन्नौज ही ले जाया जा रहा था।
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