यूपीटीटीआइ में बनेगी हाईटेक लैब
उप्र टेक्सटाइल टेक्नोलॉजी इंस्टीट्यूट (यूपीटीटीआइ) में 100 साल पुराना भवन तोड़ा जाएगा। उसकी जगह चार मंजिला अत्याधुनिक बिल्डिंग बनाई जाएगी।
जागरण संवाददाता, कानपुर : उप्र टेक्सटाइल टेक्नोलॉजी इंस्टीट्यूट (यूपीटीटीआइ) में 100 साल पुराना भवन तोड़ा जाएगा। उसकी जगह चार मंजिला अत्याधुनिक बिल्डिंग बनाई जाएगी। शासन ने ध्वस्तीकरण की मंजूरी दे दी है। गजट जारी होने का इंतजार है। भूतल पर स्पिनिंग, उसके ऊपर केमिस्ट्री, टेक्सटाइल की हाईटेक लैब बनेगी। तीसरे पर सेमिनार हॉल और चौथे पर कक्षाएं लगेंगी।
संस्थान में 1913 के आसपास स्पिनिंग की लैब बनाई गई। इसकी लंबाई करीब 70 और चौड़ाई 20 मीटर है। उसमें उस समय की स्पिनिंग मशीनें लगी हैं लेकिन समय के साथ उनका उपयोग समाप्त हो गया है। टेक्सटाइल उद्योग में छोटी मशीनें आ गई हैं। वहीं भवन भी जर्जर हो गया है। उसको देखते हुए संस्थान प्रशासन ने अब्दुल कलाम टेक्निकल यूनिवर्सिटी (एकेटीयू) और शासन को ध्वस्तीकरण के लिए पत्र लिखा।
6.79 करोड़ रुपये स्वीकृत
चार मंजिला भवन के लिए एकेटीयू की ओर से 6.79 करोड़ रुपये स्वीकृत हो गए हैं।
कई और भवनों की होगी मरम्मत
संस्थान के कई और भवन खस्ताहाल हो गए हैं। उनकी भी मरम्मत कराई जाएगी।
वाई फाई की तैयारी
यूपीटीटीआइ के एकेडमिक क्षेत्र में फ्री वाई फाई की तैयारी चल रही है। यह सिर्फ कक्षाओं और लैब तक ही सीमित रहेगी।
----------------------
ध्वस्तीकरण की मंजूरी मिल गई है। गजट जारी होते ही कार्रवाई शुरू हो जाएगी। नए भवन में अत्याधुनिक सुविधाएं रहेंगी।
-प्रो. मुकेश सिंह, निदेशक यूपीटीटीआइ