महोबा के पहाड़ों में मिला अवैध विस्फोटक का जखीरा, देखने वाले रह गए अवाक
755 किग्रा अमोनियन नाइट्रेट, 1569 जिलेटिन छड़ और 533 ईडी बरामद होने के बाद पट्टा धारक फरार।
महोबा, जेएनएन। अवैध खनन के खिलाफ सरकार ने अपना शिकंजा कसा और खनन के खेल की परतें खुलती जा रही हैं। 15 दिन पहले अवैध खनन मामले में गिरफ्तार आरोपित को पुलिस ने रिमांड पर लिया और उसकी निशानदेही पर पहाड़ से अवैध विस्फोटकों को जखीरा बरामद किया है। महोबा जिले के चार पहाड़ों पर साढ़े सात क्विंटल से अधिक अमोनियम नाइट्रेट, 1569 जिलेटिन की छड़ें और 533 इलेक्ट्रानिक डेटोनेटर मिले हैं। पुलिस ने चारों पहाड़ों के पट्टा धारकों और संचालकों के खिलाफ विस्फोटक अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज किया है, इसके बाद से चारो पïट्टाधारक फरार हैं।
विस्फोटक देखकर अवाक रह गए अधिकारी
पुलिस ने करीब 15 दिन पहले कबरई कस्बा के किदवई नगर निवासी राकेश द्विवेदी को गिरफ्तार कर जेल भेजा था। उसे शनिवार को रिमांड पर लिया गया। पूछताछ में उससे मिली जानकारी के आधार पर छापा मारा गया तो इतना विस्फोटक मिला कि अधिकारी भी अवाक रह गए। पुलिस ने पïट्टाधारक रामकिशोर सिंह के ग्राम पचहरा पहाड़, ग्राम जुझार पहाड़ के पïट्टाधारक लखनऊ निवासी बृजेश कुमार और इसी गांव के रहने वाले पïट्टा धारक गिरधारी लाल कुशवाहा और पनवाड़ी में छतेसर ग्राम स्थित एकता ग्रेनाइट में छापा मारा। महोबा के तीनों पहाड़ से कुल 85 बोरी अमोनियम नाइट्रेट, 1480 जिलेटिन की छड़ और 500 इलेक्ट्रानिक डेटोनेटर (ईडी) मिले। पनवाड़ी के महोबकंठ थाने के साथ स्वाट टीम ने पहले जमाला पहाड़ फिर छतेसर में छापा मारा। छतेसर में 330 किग्रा अमोनियम नाइट्रेट, 79 जिलेटिन छड़ें और 33 नग ईडी मिली। पुलिस ने यहां से कर्मचारी कल्लू को गिरफ्तार किया है।
चारों पट्टाधारक हुए फरार
प्रभारी निरीक्षक बलजीत ङ्क्षसह की तहरीर पर कल्लू निवासी जुलहटी पनवाड़ी और एकता ग्रेनाइट के संचालक जब्बार पुत्र गफ्फार निवासी राठ हमीरपुर के विरुद्ध विस्फोटक पदार्थ अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है। कल्लू को पुलिस ने जेल भेजा है। टीम में स्वाट प्रभारी सतीश चंद्र मिश्रा, एसएचओ पनवाड़ी बलजीत ङ्क्षसह व महोबकंठ के विपिन कुमार त्रिवेदी शामिल रहे। चारों पहाड़ों के पïट्टाधारक फरार है। महोबा एसपी कुंवर अनुपम सिंह ने बताया कि रिमांड पर लिए आरोपित से पूछताछ के बाद कई सुराग मिले। इनके आधार पर छापेमारी की। चारो पïट्टाधारकों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। एक कर्मचारी को जेल भेजा गया है। कार्रïवाई जारी रहेगी।