ठंड बढऩे के साथ हृदय रोगियों की बढ़ी परेशानी, कार्डियोलाजी अस्पताल के सीसीआइसीयू के कायाकल्प की तैयारी
हृदय रोग संस्थान में इन दिनों मरीजों का तांता लगना शुरू हो गया है यहां बेड कम होने से दिक्कत हो रही है। संस्थान की ओर से शासन को सीसीआइसीयू का कायाकल्प कराने के लिए तीन करोड़ रुपये का प्रस्ताव भेजा गया है।
कानपुर, जागरण संवाददाता। ठंड बढऩे के साथ ही हृदय रोगियों की दुश्वारियां बढऩे लगी है। लक्ष्मीपत सिंहानिया हृदय रोग संस्थान में मरीजों का तांता लग रहा है। संस्थान के क्रिटिकल केयर इंटेंसिव केयर यूनिट (सीसीआइसीयू) आग लगने के बाद से बंद पड़ा है, जिससे मरीजों को दिक्कत हो रही है। यहां के निदेशक ने सीसीआइसीयू के कायाकल्प के लिए शासन को 3.11 करोड़ रुपये का प्रस्ताव भेजा है।
लक्ष्मीपत सिंहानिया हृदय रोग संस्थान की बेड क्षमता 140 है। होली के एक दिन पहले यहां के क्रिटिकल केयर इंटेसिव केयर यूनिट (सीसीआइसीयू) में आग लग गई थी। उसके बाद से 22 बेड का सीसीआइसीयू बंद पड़ा है। शासन ने उसी समय इसे दुरुस्त कराकर चलाने का निर्देश दिया था। उसके बावजूद आज तक शुरू नहीं किया जा सका है। अब मौसम में बदलाव हुआ है, ठंड भी बढऩे लगी है। जिससे शहर ही नहीं आसपास के 10-12 जिलों से गंभीर मरीज इलाज के लिए यहां पहुंचने लगे हैं।
उसमें हार्ट अटैक, हार्ट फेल्योर एवं एंजाइना के अधिक आ रहे हैं। बेड कम होने से उन्हें भर्ती होने में दिक्कत हो रही है। इस समस्या को देखते हुए संस्थान के निदेशक ने शासन को अवगत कराया है। निदेशक प्रो. विनय कृष्ण का कहना है कि मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ी है। इस समस्या से शासन को अवगत कराया है। साथ ही सीसीआइसीयू के कायाकल्प के लिए 3.11 करोड़ रुपये का प्रस्ताव बनाकर भेजा है। शासन को समस्या भी बताई है। उम्मीद है, जल्द ही शासन के स्तर से बजट आवंटित किया जाएगा।