अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मान्य होगी एचबीटीयू की पढ़ाई
हरकोर्ट बटलर टेक्निकल यूनिवर्सिटी (एचबीटीयू) की पढ़ाई अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी मान्य हो जाएगी। यहां के पासआउट छात्रों को बेहतर प्लेसमेंट के साथ ही विदेशों में एमटेक व पीएचडी कोर्स के लिए आसानी से दाखिला मिल सकेगा। विश्वविद्यालय को नेशनल बोर्ड ऑफ एक्रिडेशन (एनबीए) की मान्यता मिलेगी।
जागरण संवाददाता, कानपुर : हरकोर्ट बटलर टेक्निकल यूनिवर्सिटी (एचबीटीयू) की पढ़ाई अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी मान्य हो जाएगी। यहां के पासआउट छात्रों को बेहतर प्लेसमेंट के साथ ही विदेशों में एमटेक व पीएचडी कोर्स के लिए आसानी से दाखिला मिल सकेगा। विश्वविद्यालय को नेशनल बोर्ड ऑफ एक्रिडेशन (एनबीए) की मान्यता मिलेगी। उसके लिए सात विभागों का प्रस्ताव बनाकर भेजा जा चुका है। एनबीए की प्रमाणिकता से पूर्व देशभर की नामी यूनिवर्सिटी के विशेषज्ञों की टीम एचबीटीयू का निरीक्षण करेगी। करीब ढाई दिन रुककर विभिन्न पहलुओं पर जांच होगी। इसकी तैयारियां शुरू कर दी गयी है, जिससे जांच में कोई कमी सामने न आ सके।
तीन से छह साल की मान्यता
एनबीए की मान्यता तीन से छह साल की रहेगी। विवि प्रशासन ने कंप्यूटर साइंस, मैकेनिकल, सिविल, ऑयल टेक्नोलॉजी, पेंट टेक्नोलॉजी, प्लास्टिक टेक्नोलॉजी, इलेक्ट्रानिक्स का प्रस्ताव भेजा है। यह पहले चरण के लिए है। दूसरे चरण में इलेक्ट्रिकल, केमिकल, बायो केमिकल, फूड इंडस्ट्रीज का प्रस्ताव भेजा जाएगा। प्रस्ताव मंजूर होने के बाद आगे की कार्रवाई शुरू की जाएगी।
इन पहलुओं पर होगी जांच
-छात्र और फैकल्टी का अनुपात 20 और एक का होना चाहिए।
-हर विभाग में एक प्रोफेसर और एक एसोसिएट प्रोफेसर जरूरी।
-प्लेसमेंट का स्तर क्या है।
-कितने छात्रों ने दाखिला लिया है, उनका फीसद क्या रहा।
-कितने शोध पत्र दाखिल हुए। विवि में क्या स्थिति है।
-अंतरराष्ट्रीय कांफ्रेंस कितनी हुई।
-मेडिकल सुविधा, बैंक सुविधा, हास्टल की सुविधा
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एचबीटीयू से सात विभागों के प्रस्ताव भेजे गए हैं। इसके मिलने से डिग्री को अंतरराष्ट्रीय मान्यता मिल जाती है।
-प्रो. पीके कमानी, पेंट टेक्नोलॉजी हेड एचबीटीयू