यूजीसी ने खारिज की जीएसवीएम की रिपोर्ट, आपसी मारपीट भी रैगिंग की श्रेणी में
बीएच-4 में घुसकर इंटर्न छात्रों की पिटाई के मामले में यूजीसी की एंटी रैगिंग हेल्पलाइन ने खारिज की रिपोर्ट।
By Edited By: Published: Thu, 03 Jan 2019 01:22 AM (IST)Updated: Fri, 04 Jan 2019 10:46 AM (IST)
कानपुर, जेएनएन। जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज के जूनियर रेजीडेंट (जेआर) को इंटर्न छात्रों से मारपीट करना भारी पड़ता नजर आ रहा है। मेडिकल कॉलेज के बालक छात्रावास (बीएच-4) में हुई रैगिंग को जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज की एंटी रैगिंग कमेटी ने आपसी मारपीट बताया है। मेडिकल कॉलेज की इस रिपोर्ट को दिल्ली की एंटी रैगिंग हेल्पलाइन ने खारिज कर दिया है। ईमेल के जरिये कहा है कि जूनियर रेजीडेंट्स और इंटर्न छात्रों के बीच आपसी मारपीट भी रैगिंग की श्रेणी में आता है। नई रिपोर्ट तैयार करने को एंटी रैगिंग संविधान का लिंक भी शेयर किया है।
जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज में सोमवार देर रात सीनियर रेजीडेंट बीएच-4 में घुसकर तोडफ़ोड़ की थी। हॉस्टल में रह रहे इंटर्न छात्रों से मारपीट की थी, वे तीन इंटर्न छात्रों को खोज रहे थे। देर रात नीट पीजी एंट्रेंस की तैयारी कर रहे इंटर्न छात्रों को कमरे से खींच-खींच कर पीटा था। कुछ छात्रों को सीढिय़ों से फेंक दिया था। इसकी शिकायत मंगलवार भोर यूजीसी की एंटी रैगिंग हेल्पलाइन पर हुई थी। इसे गंभीरता से लेते हुए दिल्ली से एंटी रैगिंग हेल्पलाइन ने शासन, जिला प्रशासन, एसएसपी एवं कॉलेज प्रशासन से रिपोर्ट मांगी थी।
बुधवार शाम जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज की एंटी रैगिंग कमेटी की बैठक प्राचार्य डॉ. आरती लालचंदानी की अगुवाई में हुई। मंथन के उपरांत निष्कर्ष पर पहुंचे कि यह रैगिंग नहीं आपसी मारपीट है। इसकी रिपोर्ट एंटी रैगिंग हेल्पलाइन को भेजी थी। साथ ही मारपीट के आरोपित छह जूनियर रेजीडेंट को पीजी हॉस्टल से निष्कासित कर दिया। उनके हॉस्टल में प्रवेश पर भी रोक लगा दी। इस कार्रवाई से महानिदेशक चिकित्सा शिक्षा, विभागाध्यक्ष सर्जरी, प्रॉक्टर एवं पीजी बालक छात्रावास के वार्डेन एवं सहायक वार्डेन को अवगत कराया है।
जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज में सोमवार देर रात सीनियर रेजीडेंट बीएच-4 में घुसकर तोडफ़ोड़ की थी। हॉस्टल में रह रहे इंटर्न छात्रों से मारपीट की थी, वे तीन इंटर्न छात्रों को खोज रहे थे। देर रात नीट पीजी एंट्रेंस की तैयारी कर रहे इंटर्न छात्रों को कमरे से खींच-खींच कर पीटा था। कुछ छात्रों को सीढिय़ों से फेंक दिया था। इसकी शिकायत मंगलवार भोर यूजीसी की एंटी रैगिंग हेल्पलाइन पर हुई थी। इसे गंभीरता से लेते हुए दिल्ली से एंटी रैगिंग हेल्पलाइन ने शासन, जिला प्रशासन, एसएसपी एवं कॉलेज प्रशासन से रिपोर्ट मांगी थी।
बुधवार शाम जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज की एंटी रैगिंग कमेटी की बैठक प्राचार्य डॉ. आरती लालचंदानी की अगुवाई में हुई। मंथन के उपरांत निष्कर्ष पर पहुंचे कि यह रैगिंग नहीं आपसी मारपीट है। इसकी रिपोर्ट एंटी रैगिंग हेल्पलाइन को भेजी थी। साथ ही मारपीट के आरोपित छह जूनियर रेजीडेंट को पीजी हॉस्टल से निष्कासित कर दिया। उनके हॉस्टल में प्रवेश पर भी रोक लगा दी। इस कार्रवाई से महानिदेशक चिकित्सा शिक्षा, विभागाध्यक्ष सर्जरी, प्रॉक्टर एवं पीजी बालक छात्रावास के वार्डेन एवं सहायक वार्डेन को अवगत कराया है।
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