फर्जी कंपनी बना जीएसटी को लगाया 7 करोड़ से ज्यादा का चूना, कागजों में कानपुर का हर्षनगर था सेंटर
कानपुर में लोहा स्क्रैप का बिजनेस दिखाया गया लेकिन जब जांच की गई तो मौके पर कोई कारोबार नहीं मिला। 40 करोड़ रुपये की फर्जी बिक्री दिखाई बिजली का बिल भी फर्जी लगाया गया। इसके बाद अब अधिकारियों ने मुकदमा दर्ज कराया है।
कानपुर, जागरण संवाददाता। फर्जी कंपनी बनाकर जीएसटी को 7.16 करोड़ रुपये की इनपुट टैक्स क्रेडिट (आइटीसी) का चूना लगाने का मामला सामने आया है। राज्य माल एवं सेवाकर विभाग के अधिकारियों ने कल्याणपुर थाने में मुकदमा दर्ज कराया है।
बंगाल में मुर्शिदाबाद में अयोध्या नगर गोरा बाजार निवासी रेहान यादव ने कानपुर में रेहान कामर्शियल कंपनी खोली थी। इसका व्यापार स्थल 286 हर्ष नगर बनाया गया था। जीएसटी पंजीयन में कंपनी ने अल्युमिनियम स्क्रैप, अल्युमिनियम इंगट, पिंग आयरन की खरीद-बिक्री की जानकारी दी थी। 11 मई को राज्य माल एवं सेवाकर विभाग के अपर आयुक्त ग्रेड-दो अरविंद मिश्रा के निर्देश पर संयुक्त आयुक्त सुशील कुमार, उपायुक्त चंद्रशेखर, सहायक आयुक्त जितेंद्र ने व्यापार स्थल की जांच की तो मकान मालिक परविंदर कुकरेजा ने बताया कि रेहान कामर्शियल नाम की कोई दुकान कभी उनके यहां किराए पर नहीं रही। जांच में पाया गया कि किराया अनुबंध फर्जी है। इसके साथ ही केस्को की जगह पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम का बिल लगाया गया है। वह भी फर्जी है।
अधिकारियों ने जांच में पाया कि व्यापारी ने 10.46 करोड़ रुपये का माल खरीदा। उसने वित्तीय वर्ष 2021-22 10.54 करोड़ रुपये की बिक्री दिखाई। इसके बाद वित्तीय वर्ष 2022-23 में अब तक डेढ़ माह में 30 करोड़ रुपये की बिक्री दिखाई। इस तरह 40.54 करोड़ रुपये की बिक्री कर कारोबारी ने 7.16 करोड़ रुपये की आइटीसी को गलत तरीके से हस्तांतरित कर लिया। इस संबंध में राज्य माल एवं सेवाकर विभाग में प्रशासनिक अधिकारी अमरेश दीक्षित ने कल्याणपुर थाने में तहरीर दी है। इंस्पेक्टर कल्याणपुर अजय कुमार सिंह ने बताया कि मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।