स्कूल वाहन की स्पीड पर सरकार का ब्रेक
स्कूली वाहनों को हादसों से बचाने एवं बच्चों को सुरक्षित रखने के लिए स्कूली वाहनों की रफ्तार पर सूबे की सरकार ने ब्रेक लगा दिया है। अब कोई भी स्कूली वाहन 60 किमी प्रति घंटा से अधिक की गति नहीं पकड़ पाएगा।
जागरण संवादाता, कानपुर : स्कूली वाहनों को हादसों से बचाने एवं बच्चों को सुरक्षित रखने के लिए स्कूली वाहनों की रफ्तार पर सूबे की सरकार ने ब्रेक लगा दिया है। अब कोई भी स्कूली वाहन 60 किमी प्रति घंटा से अधिक की गति नहीं पकड़ पाएगा। इसके लिए सभी स्कूली वाहनों में फ्यूल इलेक्ट्रानिक्स स्पीड लिमिटर डिवाइस लगाना अनिवार्य कर दिया गया है। बिना डिवाइस वाले स्कूली वाहन को सीज कर दिया जाएगा।
कानपुर शहर में करीब 1500 छोटे बड़े स्कूली वाहन दौड़ रहे हैं। सभी वाहन स्वामी इस डिवाइस को आसानी से लगवा लें, इसके लिए डिवाइस की कीमत 4500 रुपये निर्धारित की गई है। सहायक संभागीय परिवहन अधिकारी आदित्य त्रिपाठी ने बताया कि जिन टेस्टिंग सेंटर को अधिकृत किया गया है। वही इस डिवाइस को लगा सकेंगे।
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इंसेट..
चालक नहीं कर पाएंगे छेड़छाड़
कोई भी चालक स्कूली वाहन के इस डिवाइस से छेड़छाड़ नहीं कर पाएगा।
वाहनों में इस डिवाइस को लगाने के लिये अधिकृत किए गए एक टेस्टिंग सेंटर के डायरेक्टर मोहक लाल चंदानी ने बताया कि इस डिवाइस को इंजन में लगा दिया जाता है। जैसे ही चालक 60 किमी प्रति घंटा से अधिक गति बढ़ाएगा, ईधन की आपूर्ति बंद हो जाएगी और एक्सीलेटर काम करना बंद कर देगा। यही नहीं, मीटर में हरी लाइट भी जल जाएगी। उन्होंने बताया कि इस डिवाइस को लगाने के दौरान एक गुप्त कोड भी डाल दिया जाएगा। ये गुप्त कोड सिर्फ डिवाइस लगाने वाले के पास होगा, चालक इसे हटा नहीं पाएगा। इससे दुर्घटनाओं पर भी रोक लगेगी।