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खुल रहा है एक ऐसा बैंक, जहां पर रुपये नहीं जमा होगा कुछ और

यूपीटीटीआइ में बैंक खोलने के लिए सरकार ने बजट स्वीकृत किया है। यहां पर जमा होने वाले आडिया का प्रयोग करने के लिए कंपनी को फीस देनी होगी।

By Edited By: Published: Tue, 23 Oct 2018 01:37 AM (IST)Updated: Tue, 23 Oct 2018 12:32 PM (IST)
खुल रहा है एक ऐसा बैंक, जहां पर रुपये नहीं जमा होगा कुछ और
खुल रहा है एक ऐसा बैंक, जहां पर रुपये नहीं जमा होगा कुछ और
कानपुर (जागरण संवाददाता)। उत्तर प्रदेश टेक्सटाइल टेक्नोलॉजी इंस्टीट्यूट (यूपीटीटीआइ) में एक ऐसा 'बैंकÓ खुलने जा रहा है जो रुपये की बजाय आइडिया जमा करेगा। अगर कोई छात्र, शोधार्थी और कंपनी इस आइडिया का प्रयोग करेंगे तो उन्हें निश्चित फीस अदा करनी होगी जिसका एक हिस्सा आइडिया जनरेट करने वाले को मिलेगा।
बैंक की तर्ज पर होगा सिस्टम
दीनदयाल योजना के अंतर्गत यूपीटीटीआइ में एक नया प्रोजेक्ट शुरू किया जा रहा है। इसका पूरा सिस्टम बैंक की तर्ज पर आधारित है। मसलन कोई भी छात्र इसमें अपना आइडिया, शोध और तकनीक इसमें जमा कर सकता है। इसे सुरक्षित रखने के साथ अन्य लोगों की मदद के लिए ड्राफ्ट किया जाएगा। इंटरनेट का इस्तेमाल कर इनसे मदद भी ली जा सकेगी। हालांकि अगर कोई बाहरी व्यक्ति इस आइडिया, शोध और तकनीक का इस्तेमाल करेगा तो उसे एक निश्चित राशि अदा करनी होगी, जिसका हिस्सा आइडिया जमा कराने वाले को मिलेगा।
कई शहरों में खुलेंगे बैंक
दीनदयाल योजना के अंतर्गत यूपीटीटीआइ में बैंक का प्रोजेक्ट आरंभ किया जा रहा है। इसकी लांचिंग के बाद इस तरह के बैंक कई शहरों की तकनीकी संस्थाओं में खुलेंगे। उनकी मदद से राजस्व की प्राप्ति होगी। शासन से इस प्रोजेक्ट के लिए 40 लाख रुपये स्वीकृत कर दिए हैं। यहां के बाद अन्य शहरों में भी बैंक खोले जाएंगे।
रचनात्मक कार्य व उद्यमिता विकास में आसानी
प्रोजेक्ट शुरू होने के बाद छात्रों को किसी भी तरह के रचनात्मक कार्य करने में आसानी होगी। वह इंटरनेट के माध्यम से क्या और किस तरह करना है ये आसानी से जान सकेंगे। इस व्यवस्था के अंतर्गत छात्रों को उद्यमिता विकास में आसानी होगी। वह अपने द्वारा तैयार किए गए हैंडीक्राफ्ट्स, डिजाइन, टेक्सटाइल प्रोफेसिंग, प्रिंट्स आदि को अपलोड कर सकेंगे। इनका अपने आप ही प्रचार-प्रसार हो जाएगा।
कम्प्यूटर लैब होगी तैयार
बैंक को संचालित करने के लिए संस्थान में कमरा तैयार किया जाएगा। इसमें कंप्यूटर विशेषज्ञों की तैनाती होगी। सॉफ्टवेयर डेवलप करने के लिए आइआइटी और एचबीटीयू के विशेषज्ञों से बातचीत चल रही है। यूपीटीटीआइ के निदेशक प्रो. मुकेश सिंह कहते हैं कि आइडिया बैंक अपने आप में नए तरह का बैंक है। इसमें ऐसी तकनीक विकसित की जा रही है, जिससे छात्र-छात्राओं को लाभ मिलेगा।

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