खबर पढ़कर आपके मुंह में भी आ जाएगा पानी, चटपटे स्वाद के साथ अब सेहत का भी ख्याल रखेंगे गोलगप्पे
कन्नौज के सुगंध एवं सुरस विकास केंद्र में गुजरात के छात्र ने गोलगप्प के पानी के लिए छह फ्लेवर में मसालों के एसेंस आयल बनाया है। ये आसानी से पानी में घुलकर स्वाद बढ़ाएगा और मिलावटी मसालों से सेहत को नुकसान से भी बचाएगा।
कन्नौज, प्रशांत कुमार। पानी के बताशे... गोलगप्पे..पानी पूरी, नाम कोई भी लीजिए मगर, सुनते ही मुंह में पानी आ जाता है। देश के सबसे पसंदीदा इस स्ट्रीट फूड में मजा ही चटखारेदार स्वादिष्ट पानी का है। मुंह में स्वाद तभी घुलता है, जब पानी में मसाले सही घुले हों। अब इसकी गारंटी होगी। मिलावटी मसालों से पानी के कारण स्वास्थ्य को नुकसान की चिंता भी नहीं रहेगी। कन्नौज के सुगंध एवं सुरस विकास केंद्र (एफएफडीसी) में मसालों के एसेंस आयल से गोलगप्पे के पानी के लिए छह नेचुरल फ्लेवर तैयार किए गए हैं। ये तरल रूप में ये मसाले पानी में पूरी तरह घुल जाएंगे।
यूं तो गोलगप्पे की दुकानों पर आपको चार-पांच प्रकार के पानी का स्वाद मिल जाएगा, मगर इस पानी के मिलावटी मसालों से बने होने की आशंका होती है। मसालों में केमिकल तक मिलाए जाते हैं, जो सेहत पर बुरा प्रभाव डालते हैं। इसको ध्यान में रखते हुए एफएफडीसी में खाद्य पदार्थों में इस्तेमाल होने वाले एसेंस का प्रशिक्षण लेने आए गुजरात के गौरव ने गोलगप्पों के पानी और खाद्य सामग्री पर शोध किया है।
गुजरात से फूड इंजीनियरिंग की पढ़ाई करने वाले गौरव ने हिना, शमामा, जावित्री, दाल चीनी, हींग, काली मिर्च, अदरक, पुदीना, लहसुन, मिर्च, नींबू, जीरा, इमली के एसेंस से छह प्रकार के विशिष्ट स्वाद वाले फ्लेवर तैयार किए हैं। मसालों के तेल से बने ये फ्लेवर तरल रूप में पाउच या बोतल में मिलेंगे। इसकी मदद से लोग घर में भी गोलगप्पे का स्वादिष्ट पानी बिना किसी मशक्कत के तैयार कर सकेंगे।
-लहसुन और अधिक तीखा न खाने वालों को ध्यान में रखकर ये फ्लेवर बनाए गए हैं। इसमें मसालों का मिश्रण एक अनुपात में है जो सेहत के लिए फायदेमंद है। मिलावटी मसालों से बने पानी में मिश्रण का अनुपात ठीक नहीं होता जो नुकसानदेह होता है। -डा. शक्ति विनय शुक्ला, प्रधान निदेशक, एफएफडीसी।
-आजकल बाजार में जो गोलगप्पे हैं, उनमें अधिकतर दुकानदार स्वाद के लिए केमिकल का प्रयोग करते हैं। हमने जो फ्लेवर बनाए हैं, पूरी तरह प्राकृतिक मसालों से तैयार हैं। इसे मसालों के आयल से मानक के अनुरूप तैयार किया है। एफएफडीसी की लैब में टेस्टिंग हो चुकी है। -गौरव, शोध छात्र।