नियति का खेल : स्वर्ण विजेता राष्ट्रीय खिलाड़ी ग्रीनपार्क में घास काट कर रहा मजदूरी Kanpur News
शहर के विपिन सेन राष्ट्रीय किक बॉक्सिंग में स्वर्ण व वुशू में रजत पदक जीत चुके हैं।
कानपुर, [अंकुश शुक्ल]। नियति का खेल देखिए, कभी जिस ग्रीनपार्क में दर्शकों की तालियों से नवाजे जाते थे, आज वहीं पर घास काटकर मजदूरी कर रहे हैं। परिस्थितियां कब बदल जाएं, कुछ कहा नहीं जा सकता है। सरकारों की उपेक्षा के शिकार हुए राष्ट्रीय खिलाड़ी विपिन सेन परिवार पालने के लिए उसी मैदान में दिन में मजदूरी करते हैं और रात में अपने खेल का अभ्यास करते हैं।
अर्मापुर के विपिन सेन ने ग्रीनपार्क में अभ्यास करके वूशु व किक बॉक्सिंग में कई प्रदेश स्तरीय पदक जीते और राष्ट्रीय स्तर पर एक स्वर्ण पदक भी झोली में आया। इन सफलताओं के बाद मन में एशियाड और ओलंपिक में पदक जीतने का लक्ष्य तय किया लेकिन आर्थिक तंगी ने घेर लिया। उनकी हिम्मत, हौसले और जुनून की दाद देनी होगी, वह दिन में ग्रीनपार्क में घास कटाई का काम करते हैं और शाम होते ही वुशू व किक बॉक्सिंग के अभ्यास में जुट जाते हैं।
आर्थिक तंगी के कारण कर रहे मजदूरी
विपिन ने बताया की वर्ष 2016 में पिता के देहांत के बाद परिवार व छह बहनों के पालन-पोषण की जिम्मेदारी मां रामलली पर आईं। उनका साथ देने के लिए मजदूरी की। ग्रीनपार्क में घास कटाई करने के साथ अभ्यास करने का मौका मिलता। इसलिए यहां काम कर रहा हूं।
सेना से लगाव ने दिया हौसला
21 वर्षीय एनसीसी कैडेट विपिन बचपन से ही डिफेंस में जाना चाहते थे। वर्ष 2013 में विपिन ने किक बॉक्सिंग व वुशू कोच संजीव शुक्ला के मार्गदर्शन में खेलना शुरू किया। विपिन मजदूरी के साथ खेल में कड़ा अभ्यास कर राष्ट्रीय फलक पर छा रहे हैं।
कोच बने सहारा, स्कूलों में दिलाया काम
कोच संजीव शुक्ला ने राष्ट्रीय प्रतियोगिता में सारा खर्च उठाकर राष्ट्रीय पहचान दिलाई। इसके साथ ही स्कूलों में प्रशिक्षण का काम दिलाकर हमेशा मदद की। विपिन को मदद की दरकार है, उसे खेल विभाग की ओर से किसी बेहतर काम की उम्मीद है।
विपिन की उपलब्धियां
- वर्ष 2016 आगरा में हुई स्टेट वुशू प्रतियोगिता में रजत पदक जीता।
- वर्ष 2016-17 में हुई किक बॉक्सिंग की प्रदेशस्तरीय प्रतियोगिता में स्वर्ण पदक जीता।
- वर्ष 2016-17 हरियाणा के कुरुक्षेत्र में राष्ट्रीय किक बॉक्सिंग प्रतियोगिता में स्वर्ण पदक हासिल किया।
- वर्ष 2017 में हुई स्टेट वुशू में भाग लिया और आकांक्षी खिलाड़ी बने।