कानपुर के गर्ल्स हास्टल में छात्रा ने फांसी लगा जान दी
वार्डन ने बाहर से कई आवाज दीं, खिड़की से झांककर देखा तो आयुषी कमरे में फांसी पर झूल रही थी।
कानपुर (जागरण संवाददाता)। काकादेव के रानीगंज स्थित बृजभूमि गर्ल्स हास्टल में शनिवार शाम मेडिकल की तैयारी कर रही औरैया की छात्र आयुषी पोरवाल ने फांसी लगाकर जान दे दी। फोरेंसिक टीम ने जांच की। मौके पर टीबी की दवाएं मिलीं, लेकिन कोई सुसाइड नोट बरामद नहीं हुआ।
औरैया के बाबरपुर विद्यानगर मेन रोड निवासी मशीनरी पार्ट्स व्यापारी श्रीप्रकाश पोरवाल की बेटी आयुषी उर्फ नेहा (20) ने पिछले साल 12वीं की परीक्षा पास की थी। परिजनों ने 15 दिन पूर्व काकादेव की न्यू लाइट कोचिंग में उसका एडमिशन कराया था। उसने रानीगंज में बृजभूमि हास्टल की पहली मंजिल पर कमरा नंबर 201 सी किराए पर लिया था।
शनिवार दोपहर 12.30 बजे आयुषी ने भाई को फोन कर तबीयत खराब होने की बात कही। भाई ने कोचिंग टीचर से बात की, तब आयुषी को कोचिंग से हास्टल जाने दिया गया। हास्टल आने के बाद वह कमरा बंद कर लेट गई। शाम 6.30 बजे भाई ने फोन किया।
फोन नहीं उठा तो वार्डन कल्पना और संचालक किशोर कुमार को फोन कर बहन से बात कराने के लिए कहा।वार्डन ने बाहर से कई आवाज दीं। खिड़की से झांककर देखा तो आयुषी कमरे में फांसी पर झूल रही थी। इसके बाद हास्टल संचालक ने पुलिस और परिजनों को सूचना दी।
साल भर पहले कोटा में की थी पढ़ाई: ताऊ वेदप्रकाश ने बताया कि पिछले साल आयुषी का कोटा में एडमिशन कराया था। वहां वह बीमार हो गई। चार महीने पहले उसे घर ले आए। ग्वालियर में इलाज शुरू हुआ। तबीयत में सुधार होने पर काकादेव स्थित संस्थान में एडमिशन कराया गया था।
यह भी पढ़ें: जीएसटी के विरोध में सपाइयों ने इलाहाबाद में रोकी ट्रेन
परिजनों ने छात्राओं से ली जानकारी: परिजनों ने हास्टल के प्रथत तल पर रह रही पांच छात्रओं से बातचीत की। पड़ोस में रह रही छात्रा ने कहा कि आयुषी की तबियत खराब रहती थी। इसलिए कमरा बंद देख सोचा कि वह सो रही होगी।
यह भी पढ़ें: जीएसटी का फुल फॉर्म बताने में साक्षी महाराज फेल, बोले ये इनकम टैक्स देने की व्यवस्था