कानपुर सेंट्रल से मासूम का अपहरण
बेटियां कहीं भी महफूज नहीं हैं। अति सुरक्षित कहे जाने वाले सेंट्रल स्टेशन से बुधवार आधी रात एक बिहारी मजदूर की छह साल की बेटी को अगवा कर लिया गया।
जागरण संवाददाता, कानपुर : बेटियां कहीं भी महफूज नहीं हैं। अति सुरक्षित कहे जाने वाले सेंट्रल स्टेशन से बुधवार आधी रात एक बिहारी मजदूर की छह साल की बेटी को अगवा कर लिया गया। बच्ची परिजन के साथ स्टेशन परिसर में सो रही थी। काफी खोजबीन के बाद पीड़ित परिवार ने जीआरपी थाने में सूचना दी लेकिन गुरुवार शाम तक रिपोर्ट दर्ज नहीं हुई थी।
बिहार के नवादा जनपद निवासी अशोक कुमार ईट भट्ठे में मजदूरी करता है। कानपुर स्थित बीबीएफ ईट भट्ठे पर मजदूरी करने आने के लिए वह मंगलवार को नवादा से परिवार के साथ महाबोधि एक्सप्रेस में सवार हुआ था। परिवार में पत्नी गायत्री और छह बच्चे थे। अशोक ने बताया कि महाबोधि एक्सप्रेस रात साढ़े 11 बजे सेंट्रल स्टेशन पहुंची चूंकि रात हो चुकी थी, इसलिए वह बच्चों और पत्नी के साथ स्टेशन के गेट नंबर तीन पर आटो स्टैंड के पास रुक गया। बच्चों और पत्नी को उसने सुला दिया और खुद बैठकर सामान और बच्चों की रखवाली करने लगा।
अशोक के मुताबिक रात एक बजे उसकी आंख लग गई। करीब बीस मिनट बाद नींद टूटी तो छह वर्षीय बच्ची चंचल गायब थी। इसके बाद उसने पत्नी को जगाया और बच्ची की तलाश शुरू की। पूरा रात वह बच्ची की तलाश करते रहे, लेकिन कोई पता नहीं चला। सुबह होने पर अशोक ईट भट्ठे पहुंचा और पूरी घटना की जानकारी दी। भट्ठा संचालक अशोक बाजपेयी ने अपने कुछ कर्मचारी अशोक के साथ सेंट्रल स्टेशन भेजे। जीआरपी थाने में घटना की जानकारी दी। हालांकि रिपोर्ट दर्ज नहीं हुई थी।
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''अशोक से जानकारी मिलने के बाद अपने कुछ कर्मचारी बच्ची को तलाशने के लिए लगा दिए हैं। बच्ची का अभी तक पता नहीं चला है। - अशोक बाजपेयी, संचालक एफएफबी ईट भट्ठा
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''पीड़ित परिवार थाने आया था लेकिन उन्होंने कोई तहरीर नहीं दी है। सूचना देकर वापस चले गए हैं। परिवार से संपर्क किया जा रहा है। पीड़ित परिवार की यथासंभव मदद की जाएगी। - राम मोहन राय, इंस्पेक्टर जीआरपी, कानपुर सेंट्रल