100 करोड़ हिंदुओं के पुरुषार्थ से बनेगा राम मंदिर : गिरिराज सिंह
केंद्रीय मंत्री ने सुबह-सुबह किया टूल रूम का निरीक्षण, लगाई अफसरों को फटकार।
By AbhishekEdited By: Published: Thu, 06 Dec 2018 11:43 AM (IST)Updated: Fri, 07 Dec 2018 12:00 PM (IST)
कानपुर, जागरण संवाददाता। 100 करोड़ हिंदुओं के पुरुषार्थ से राम मंदिर बनेगा। इस बारे में जिसे जो कहना है, वह कहता रहे। यह बात केंद्रीय सूक्ष्म, लघु व मध्यम उद्योग राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) गिरिराज सिंह ने पत्रकारों से कही। वह गुरुवार सुबह फजलगंज स्थित टूल रूम का निरीक्षण करने पहुंचे थे।
उन्होंने कहा कि देश के अंदर 15 टेक्नोलॉजी डेवलपमेंट सेंटर शुरू किए जाने हैं। इनमें से 10 को दिसंबर 2018 तक संचालित हो जाना (ऑपरेशन) था। नौ तो संचालन की स्थिति में आ गए लेकिन कानपुर के इस टूल रूम की दशा बुरी और चिंताजनक है। उन्होंने वहां की स्थिति देखकर अफसरों को फटकार लगाई। कहा, समीक्षा करके बताएं कि कब तक शुरू हो पाएगा। निर्देशित किया कि अधिक से अधिक मैनपॉवर लगाकर इसका काम जल्द से जल्द पूरा करें। उन्हें एमएसएमई विभाग व टाटा कंसलटेंसी के अफसरों ने बताया कि जमीन मिलने का काम में देरी के चलते समय ज्यादा लग गया।
हालांकि अफसरों के जवाब से केंद्रीय राज्यमंत्री पूरी तरह नाखुश दिखे। वहीं निरीक्षण के बाद प्रेसवार्ता में उन्होंने बताया कि जल्द एमएसएमई मंत्रालय एग्रो इंजीनियरिंग, एग्रो नैनोपार्टिकल, फर्टिलाइजर आदि की दिशा में भी कवायद करेगा। इसके लिए विभाग आइआइटी, कृषि अनुसंधान संस्थान की मदद लेगा। पीएम मोदी के नए विजन हब एंड स्पोक मॉडल से गांव के किसानों और उद्यमियों को जोड़ा जाएगा। जिससे देश के आर्थिक विकास को मजबूती मिलेगी। उन्होंने बताया कि उनके विभाग को बजट के रूप में 6000 करोड़ रुपये मिल चुके हैं। इस मौके पर एमएसएमई निदेशक यूसी शुक्ला, एफएफडीसी के सहायक निदेशक डॉ.भक्ति विजय शुक्ला, राकेश पात्रा, पप्पी पांडेय आदि मौजूद रहे।
कलेक्टर नहीं, सुपर कलेक्टर बनकर करिए काम
निरीक्षण के दौरान जैसे ही केंद्रीय राज्यमंत्री गिरिराज सिंह के सामने डीएम विजय विश्वास पंत आए, तो उन्होंने डीएम से कहा कि कलेक्टर नहीं, सुपर कलेक्टर बनकर काम करिए। हर हफ्ते यहां की मानीटरिंग होनी चाहिए।
उन्होंने कहा कि देश के अंदर 15 टेक्नोलॉजी डेवलपमेंट सेंटर शुरू किए जाने हैं। इनमें से 10 को दिसंबर 2018 तक संचालित हो जाना (ऑपरेशन) था। नौ तो संचालन की स्थिति में आ गए लेकिन कानपुर के इस टूल रूम की दशा बुरी और चिंताजनक है। उन्होंने वहां की स्थिति देखकर अफसरों को फटकार लगाई। कहा, समीक्षा करके बताएं कि कब तक शुरू हो पाएगा। निर्देशित किया कि अधिक से अधिक मैनपॉवर लगाकर इसका काम जल्द से जल्द पूरा करें। उन्हें एमएसएमई विभाग व टाटा कंसलटेंसी के अफसरों ने बताया कि जमीन मिलने का काम में देरी के चलते समय ज्यादा लग गया।
हालांकि अफसरों के जवाब से केंद्रीय राज्यमंत्री पूरी तरह नाखुश दिखे। वहीं निरीक्षण के बाद प्रेसवार्ता में उन्होंने बताया कि जल्द एमएसएमई मंत्रालय एग्रो इंजीनियरिंग, एग्रो नैनोपार्टिकल, फर्टिलाइजर आदि की दिशा में भी कवायद करेगा। इसके लिए विभाग आइआइटी, कृषि अनुसंधान संस्थान की मदद लेगा। पीएम मोदी के नए विजन हब एंड स्पोक मॉडल से गांव के किसानों और उद्यमियों को जोड़ा जाएगा। जिससे देश के आर्थिक विकास को मजबूती मिलेगी। उन्होंने बताया कि उनके विभाग को बजट के रूप में 6000 करोड़ रुपये मिल चुके हैं। इस मौके पर एमएसएमई निदेशक यूसी शुक्ला, एफएफडीसी के सहायक निदेशक डॉ.भक्ति विजय शुक्ला, राकेश पात्रा, पप्पी पांडेय आदि मौजूद रहे।
कलेक्टर नहीं, सुपर कलेक्टर बनकर करिए काम
निरीक्षण के दौरान जैसे ही केंद्रीय राज्यमंत्री गिरिराज सिंह के सामने डीएम विजय विश्वास पंत आए, तो उन्होंने डीएम से कहा कि कलेक्टर नहीं, सुपर कलेक्टर बनकर काम करिए। हर हफ्ते यहां की मानीटरिंग होनी चाहिए।
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