घाटमपुर में दुष्कर्म के बाद बच्ची की कर दी थी हत्या, पेट फाड़कर खाया लिवर और कलेजा
अंधविश्वासी अधेड़ ने संतानहीनता के इलाज के लिए भतीजे और अन्य युवक से कराया था अपहरण। रविवार रात 10 बजे नवनिर्वाचित विधायक उपेंद्र पासवान ने शासन की ओर से पांच लाख रुपये आर्थिक मदद और उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया था।
कानपुर, जेएनएन। घाटमपुर में दो दिन पहले गायब हुई बच्ची की नृशंसा हत्या के मामले में एक नया मोड़ आ गया है। बताते चलें कि दीपावली की शाम लापता हुई बच्ची का शव अगले दिन सुबह खेत से क्षत-विक्षत स्थिति में बरामद हुआ था। जिसे देखकर ग्रामीण नर बलि की आशंका व्यक्त कर रहे थे। जिले में यह एक ऐसी वीभत्स घटना थी कि जिसने सूबे के मुख्यमंत्री को भी ट्वीट करने पर विवश कर दिया था।
खेत में शव मिलने के बाद जताई जाने लगी बलि की आशंका
रविवार सुबह गांव के पश्चिमी छोर पर स्थित मंदिर के समीप गांव की बच्ची का शव क्षत-विक्षत पड़ा मिला। बच्ची के हाथ पैर में रंग, गला व पेट कटा देख किसी तांत्रिक के बलि देने की आशंका जताई जाने लगी। कोतवाली, बिधनू, साढ़ व सजेती थाना पुलिस मौके पर पहुंची। डॉग स्क्वाड व फॉरेंसिक टीम ने भी साक्ष्य जुटाए। शुरुआत में पुलिस आशंका जता रही थी कि हत्या कर फेंके गए शव को जानवरों ने खाया है। दिवंगत बच्ची के पिता ने अंकुल, वंशलाल, बाबूराम, सुरेश जमादार, साधूराम व कुछ अज्ञात लोगों के खिलाफ बच्ची की हत्या का मुकदमा दर्ज कराया। जिसके बाद एसएसपी डॉ. प्रीतिंदर सिंह और एसपी ग्रामीण बृजेश श्रीवास्तव ने भी पड़ताल की और ग्रामीणों को जल्द राजफाश का भरोसा दिया।
निसंतान दंपती का अंधविश्वास बना बच्ची की मौत का कारण
अंधविश्वासी एकदंपती की संतानहीनता दूर करने के नाम पर सात साल की एक बच्ची के साथ जो कुछ भी हुआ, रूह कंपा देने वाला है। पुलिस ने गांव के कुछ लोगों को हिरासत में रख कर पूछताछ शुरू की। तब पता चला कि कोतवाली क्षेत्र के एक गांव में अधेड़ ने संतान प्राप्ति के लिए भतीजे और एक अन्य युवक को डेढ़ हजार रुपये थमाकर किसी बच्ची का कलेजा लाने को कहा। शनिवार शाम करीब छह बजे गांव का अंकुल उर्फ हुला पटाखा दिलाने के बहाने बच्ची को घर से लेकर गया था। जंगल में पहले उसके साथ दुष्कर्म किया, फिर पेट फाड़कर अंदर से सारे अंग निकाल लिए और दंपती को ले जाकर दे दिए। दंपती ने कलेजे को खाकर बाकी अंग ठिकाने लगा दिए। तीन डॉक्टरों के पैनल ने शव का पोस्टमार्टम किया तो दिल, फेफड़ा, किडनी, स्पलीन (तिल्ली), छोटी व बड़ी आंत गायब मिली। दुष्कर्म की जांच के लिए स्लाइड बनाई गई।
राजफाश में सामने आए ये तथ्य
देर शाम एसपी ग्रामीण बृजेश श्रीवास्तव ने राजफाश करते हुए बताया कि बच्ची की हत्या निसंतान परशुराम ने कराई थी। उसने किसी किताब में बच्ची का लिवर और कलेजा खाने से संतान प्राप्ति की बात पढ़ी थी। बच्ची की हत्या के लिए उसने भतीजे अंकुल को 500 और उसके साथी वीरन कुरील 1,000 रुपये देकर तैयार किया था। गिरफ्तार किए गए इन युवकों ने पूछताछ में स्वीकार किया है कि बच्ची का अपहरण करने के बाद दोनों ने शराब पी। हत्या करने से पहले बच्ची के साथ दुष्कर्म किया। चाकू से काटकर अंग निकाले और चाचा परशुराम को दे दिया। उसने पत्नी सुनैना के साथ बांटकर कलेजा और लिवर कच्चा खा लिया था। कुछ अंग कुत्तों को खिला दिए तो कुछ पॉलीथिन में भरकर फेंक दिए, जिसे पुलिस बरामद नहीं कर सकी। हत्या में प्रयुक्त चाकू बरामद किया गया है। अंकुल व वीरन को हत्या, शव छिपाने, दुष्कर्म व पाॅक्सो एक्ट की धाराओं में जेल भेजा गया है।