मरीजों को सौगात, अब हर मेडिकल स्टोर में मिलेंगी जेनरिक दवाएं
सरकार ने देशभर के मरीजों को सस्ती दवाएं मुहैया कराने की पहल की है। अब हर मेडिकल स्टोर पर जेनरिक दवाएं उपलब्ध होंगी।
जागरण संवाददाता, कानपुर : सरकार ने देशभर के मरीजों को सस्ती दवाएं मुहैया कराने की पहल की है। इसके तहत सभी मेडिकल स्टोर में जेनरिक दवाएं रखना अनिवार्य कर दिया है। मेडिकल स्टोर संचालकों को जेनरिक दवाएं रखने के लिए अलग से रैक बनानी होगी। इस रैक को काउंटर के ठीक सामने लगाना होगा, जिससे दवा खरीदने के लिए आने वाले ग्राहकों को जेनरिक दवाएं दिखाई पड़ें। दवा दिखने पर वह उनकी मांग भी कर सकेंगे।
जेनरिक दवाएं ब्रांडेड दवाओं के मुकाबले काफी सस्ती होती हैं। उनका प्रभाव ब्रांडेड के मुकाबले ही होता है। इसे ध्यान में रखते हुए केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने देश भर में संचालित हो रहे मेडिकल स्टोर्स में जेनरिक दवाएं रखना अनिवार्य कर दिया है, जिससे आमजन को सहजता से उपलब्ध हो सकें। इसे देखते हुए ड्रग कंट्रोलर ऑफ इंडिया (औषधि महानियंत्रक, भारत सरकार) के डॉ. स ईश्वरा रेड्डी ने 12 जून को आदेश जारी किया है। इसमें कहा कि सभी राज्यों व केंद्रशासित प्रदेशों के औषधि नियंत्रक (ड्रग कंट्रोलर) सभी रिटेल मेडिकल स्टोर (फुटकर दवा दुकानों) में जेनरिक दवा की उपलब्धता सुनिश्चित कराएं। मेडिकल स्टोर में इन दवाओं के रखने के लिए अलग रैक या सेल्फ होनी चाहिए। उसके ऊपर स्पष्ट रूप से जेनरिक दवाएं लिखा होगा।
कहां से मिलेंगी दवाएं
फुटकर दवा दुकानदार असमंजस की स्थिति में हैं। उनका कहना है कि हम सभी अभी भी जेनरिक दवाएं रखते हैं। सरकार ने आदेश तो जारी कर दिया है, लेकिन उसे परिभाषित नहीं किया है। यह जेनरिक दवाएं कहां से मिलेंगी।
ब्रांडेड व जेनरिक में खेल
अभी कई बड़ी ब्रांडेड कंपनियां भी जेनरिक दवाएं बनाती हैं। उनकी एमआरपी बहुत अधिक होती है, जबकि उनकी बिक्री कम दाम में है। वहीं सरकार के जनऔषधि केंद्र में उपलब्ध दवाएं कम रेट में मिलती हैं। ऐसे में यह स्पष्ट नहीं है कि कौन से जेनरिक दवाएं रखनी होंगी।
बोले जिम्मेदार
ड्रग कंट्रोलर ऑफ इंडिया का आदेश ड्रग कंट्रोलर के माध्यम से प्राप्त हुआ है। इसमें रिटेलर्स के यहां जेनरिक दवाओं की अलग रैक व सेल्फ बनवानी है। इसका अनुपालन कराया जाएगा।
अरविंद गुप्ता, औषधि निरीक्षक। सरकार के निर्णय का स्वागत करते हैं। सभी फुटकर दवा दुकानों में जेनरिक दवा की अलग रैक बनवाई जाएगी।
- संजय मेहरोत्रा, चेयरमैन, दी फुटकर दवा व्यापार मंडल।