CSJM University में नए साल से गर्भ संस्कार का पाठ, 12वीं पास महिलाओं के लिए होगा कोर्स Kanpur News
अकादमिक परिषद की बैठक में मंजूरी के बाद पाठ्यक्रम की शुरुआत की जाएगी।
कानपुर, जेएनएन। छत्रपति शाहूजी महाराज विश्वविद्यालय (सीएमजेएमयू) में नए साल से गर्भ संस्कार की पढ़ाई शुरू होगी। गर्भवती को संस्कार का ज्ञान देने के लिए इसका विशेष पाठ्यक्रम तैयार कर लिया गया है, जिसे बोर्ड ऑफ स्टडीज से भी पारित हो गया है। मकसद है कि संस्कारों के ज्ञान का गर्भ में संतान पर अच्छा प्रभाव पड़े। इसी माह अकादमिक परिषद की बैठक में यह पाठ्यक्रम पास कराने के बाद एक जनवरी से इसकी कक्षाएं शुरू हो जाएंगी। सीएसजेएमयू राज्य का पहला विश्वविद्यालय होगा, जहां इस पाठ्यक्रम की पढ़ाई होगी।
इस पाठ्यक्रम के लिए योग्यता 12वीं पास रखी गई है। हालांकि प्रवेश के लिए गर्भवती के साथ ही सामान्य महिलाएं भी आवेदन कर सकती हैं। पाठ्यक्रम की अवधि तीन व छह माह की रहेगी। पढ़ाई पूरी होने के बाद सर्टिफिकेट दिया जाएगा। 11 सितंबर को जब छत्रपति शाहूजी महाराज विवि का 34वां दीक्षा समारोह हुआ था, उसमें कुलाधिपति आनंदीबेन पटेल ने गर्भ संस्कार का पाठ्यक्रम शुरू करने की बात कही थी।
उनका कहना था कि छात्राएं आगे चलकर मां बनती हैं, भागदौड़ भरी और तनावपूर्ण जिंदगी का उनकी संतान पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है। अगर वे संस्कारों की जानकारी रखेंगी तो निश्चित तौर पर उनकी संतान के ऊपर अच्छा प्रभाव पड़ेगा। सीएसजेएमयू के कुलपति प्रो. नीलिमा गुप्ता का कहना है कि नए साल में गर्भ संस्कार की पढ़ाई शुरू हो जाएगी। इस पाठ्यक्रम को बोर्ड ऑफ स्टडीज से पारित करा लिया है। अब बस अकादमिक परिषद से इसे पास कराकर शुरुआत करा देंगे।