गंगा का जलस्तर तेजी से बढ़ना शुरू, पांडु नदी ओवर फ्लो
- गंगा से जुड़े गावों में सतर्कता बढ़ाई - पांडु नदी के क्षेत्रों में नाव से निकाले जा रहे लोग
- गंगा से जुड़े गावों में सतर्कता बढ़ाई
- पांडु नदी के क्षेत्रों में नाव से निकाले जा रहे लोग जागरण संवाददाता, कानपुर: गंगा के तेजी से बढ़ते जलस्तर को देखते हुए गंगा किनारे स्थित गांवों में सतर्कता बढ़ा दी गयी है, ताकि तुरन्त ग्रामीणों को गांवों से निकालकर सुरक्षित स्थानों पर भेजा जा सके। वहीं पांडु नदी के ओवर फ्लो होने से आसपास के इलाकों में पानी भरने से कई लोग घरों में कैद हो गए। नाव से घरों में फंसे लोगों को निकाला जा रहा है और खाद्य सामग्री भेजी जा रही है।
गंगा कटरी के गांवों में बाढ़ की बढ़ती आशंका के मद्देनजर प्रशासन चौकन्ना हो गया है। डीएम आलोक तिवारी ने कटरी शंकरपुर सराय, लोधवा खेड़ा, चेनपुरवा, देवनीपुरवा, घरमखेड़ा आदि गांवों के लोगो को सतर्क रहने के लिए कहा ताकि जरूरत पड़ने पर उन्हें वहां से बाढ़ राहत चौकियों में भेजा जा सके। इसके साथ ही लेखपालों से कहा गया है कि वे सतर्क रहें। पशु पालन विभाग से पशुओं के लिए दवा, टीका आदि का प्रबंध करने के आदेश डीएम ने दिए हैं। आपूर्ति विभाग मिट्टी का तेल, राशन, चिकित्सा विभाग को दवा आदि का इंतजाम पर्याप्त मात्रा में रखने के लिए कहा है।
यहां बनेंगी बाढ़ राहत चौकियां
जागेश्वर मंदिर नवाबगंज, परमट,डोमनपुर, पुराना कानपुर, नागापुर, कटरी समेत 12 जगह पर चौकियां बनेंगी।
इन गांवों को खतरा
ईश्वरीगंज, पृथ्वीगंज, खुशहलगंज,
पेगूपुर कछार, चिरान, ख्योरा कटरी, फत्तेपुर, ज्योरा, लोधवा खेड़ा, लक्ष्मीखेड़ा , कटरी शंकरपुर सराय आदि गांवों को खतरा है। यहां बाढ़ का पानी घुस जाता है। गंगा का जलस्तर का हाल
बैराज में अप स्ट्रीम पर जलस्तर - 113 मीटर
डाउन स्ट्रीम (बैराज से भैरोघाट की तरफ) 112.64 मीटर
शुक्लागंज में जलस्तर - 111.54 मीटर
चेतावनी बिदु - 113 मीटर
खतरे का निशान 114 मीटर
सड़क किनारे बनाने लगे आशियाना
पांडु नदी में आई बाढ़ की वजह से लोगों का पूरा घर डूब गया है। इस वजह से लोग दूसरी जगहों पर तंबू लगाकर आशियाना बना रहे हैं। बर्रा आठ वरुण बिहार इलाके के कच्ची बस्ती में बने घर सोमवार तक आधे डूबे थे। मंगलवार सुबह चार बजे से पानी तेजी से बढ़ा और पूरा घर डूब गया। यहां रह रहें लोगों ने मेहरबान सिंह का पुरवा पुल के बगल में अपना अशियाना बनाना शुरू कर दिया है। हालांकि प्रशासन की ओर से अभी तक खाने-पीने की कोई व्यवस्था नहीं की गई। इसी तरह मायापुरम इलाका पूरा तरह से जलमग्न हो गया है। तहसीलदार रितेश सिंह ने बताया कि एक शिविर बनाया गया है। पानी बढ़ता है तो अन्य शिविर बनाये जाएंगे। उन्होंने छह चौकियां बना दी गई हैं, लेकिन अभी किसी की ड्यूटी नहीं लगी।
नगर आयुक्त ने क्षेत्र का किया निरीक्षण
नगर आयुक्त शिवशरणप्पा जीएन ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्र मायापुरम इलाके का निरीक्षण कर लोगों का हाल जाना। उन्होंने आसपास इलाके में फैली गंदगी को साफ व स्ट्रीट लाइट ठीक कराने के आदेश दिये। इस दौरान पार्षद आरती विजय गौतम जोनल अधिकारी स्वर्ण सिंह, अधिशासी अभियंता आरके सिंह, नगर स्वास्थ्य अधिकारी डा. अजय संखवार मौजूद रहे।
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प्रशासन की ओर से सुरक्षित जगह पर ठहरने की जानकारी नहीं दी है। इस वजह से सड़क किनारे ही तंबू लगाकर रात गुजारने व खाना बनाने की व्यवस्था की जा रही है।
-मीना देवी, मायापुरम बाढ़ की वजह से नींद नहीं आती है। हमेशा जलस्तर बढ़ने का खतरा रहता है। इस वजह से सड़क किनारे आशियाना बनाया जा रहा है। बाढ़ कम नहीं होती तब तक तंबू के नीचे ही रहेंगे।
-धीरज कुमार, मायापुरम