Chitrakoot Good News : आंख बंद करके बनाते गणेश प्रतिमा, आयुष्मान इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में
धीरे-धीरे आयुष्मान ने आंख बंद करके भी मूर्ति बनाने का प्रयास किया जो सफल रहा। भांजे आयुष्मान की मूर्तिकला प्रतिभा को देख भोपाल निवासी मामा मयंक तिवारी ने उसे ऑल इंडिया बुक ऑफ रिकार्ड्स की ऑनलाइन प्रतियोगिता में शामिल होने के लिए कहा।
कानपुर, जेएनएन। कोरोना संक्रमण के दौरान ऊब रहे बच्चे के शौक ने इंडिया बुक आफ रिकार्ड्स में नाम दर्ज करा दिया। ये करिश्मा जिले के आयुष्मान रिछारिया ने किया है। उसने जब मिट्टी से खेलना शुरू किया था तो स्वजन परेशान थे, लेकिन अब पूरे देश में नाम रोशन करने पर गर्व महसूस कर रहे हैं। कर्वी के पुरानी बाजार निवासी दयाशंकर रिछारिया के 14 वर्षीय पुत्र आयुष्मान रिछारिया अशोक पब्लिक स्कूल खोह में कक्षा नौवीं के छात्र हैं। आयुष्मान ने लॉकडाउन के दौरान मिट्टी से गणेश भगवान की मूर्ति बनानी शुरू की।
कुछ प्रयास के बाद वह हर बार एक भव्य व सुंदर मूर्ति बनाने लगा। धीरे-धीरे आयुष्मान ने आंख बंद करके भी मूर्ति बनाने का प्रयास किया, जो सफल रहा। भांजे आयुष्मान की मूर्तिकला प्रतिभा को देख भोपाल निवासी मामा मयंक तिवारी ने उसे ऑल इंडिया बुक ऑफ रिकार्ड्स की ऑनलाइन प्रतियोगिता में शामिल होने के लिए कहा। 10 नंवबर को आयुष्मान ने दो मिनट 20 सेकेंड में डेढ़ सेंटीमीटर की गणेश प्रतिमा बनाकर वीडियो प्रतियोगिता की साइड पर अपलोड किया। आयुष्मान की अद्भुत प्रतिभा को देखकर इंडिया बुक ऑफ रिकार्ड्स संस्था की चीफ एडीटर डॉ. विश्वस्वरूप राय चौधरी भी खुश हुईं। उन्होंने अपने बोर्ड के साथ आयुष्मान की आनलाइन काउंसिलिंग करके पुरस्कार व मेडल से नवाजा।
मामा ने बताया कि आयुष्मान आंख बंद करके भी गणेश की मूर्ति बना लेता है। अभी उसने आंख बंद कर एक इंच की मूर्ति बनाई है। आगे और छोटी मूर्ति बनाने का प्रयास कर रहा है। उसको भी प्रतियोगिता में शामिल करेगा। इसके साथ ही उसने लॉकडाउन के दौरान तमाम मूर्तियां बनाई हैं।