कानपुर यूनिवर्सिटी में बाक्सिंग खिलाड़ियों संग चल रहे खेल से खतरे में खिलाड़ियों का भविष्य, पढ़ें पूरा मामला
क्रीड़ा सचिव ने विश्वविद्यालय में मिलने पहुंचे शहर व आस-पास जिलों की महिला खिलाड़ियों को कुलपति की अनुमति नहीं मिलने का आश्ववान देकर ठरका दिया। विश्वविद्यालय के क्रीड़ा सचिव का नाम खिलाड़ियों को दी जाने वाली प्रोत्साहन राशि का मामले में हेरफेर की खबरें आ चुकी हैं।
कानपुर, जागरण संवाददाता। छत्रपति शाहू जी महाराज विश्वविद्यालय में महिला बाक्सिंग खिलाड़ियों के साथ क्रीड़ा अधिकारी कई वर्षों से खेल कर रहे हैं। चेहरा देखकर खिलाड़ियों का चयन करने के साथ अपनों को प्रमुखता देने के मामले में उनका नाम कई बार चर्चा में रहा है। कई बार खिलाड़ी उनकी करतूत पर शिकायत करने जाते हैं जिनकी कोई सुनवाई नहीं हो रही है। जिसके कारण शहर व आस-पास के कई जिलों की प्रतिभावान बेटियां रिंग में दम दिखाने से वंचित रह जाती हैं। छत्रपति शाहू जी महाराज विश्वविद्यालय में आल इंडिया इंटर यूनिवर्सिटी बाक्सिंग प्रतियोगिता के ट्रायल का आयोजन अभी तक नहीं किया गया है। जबकि प्रतियोगिता 17 से दिसंबर से जलंधर में होनी है।
क्रीड़ा सचिव डा. आरपी सिंह के रवैये के चलते खिलाड़ियों को पिछले कई वर्षों की तरह इस बार भी प्रतियोगिता में शामिल होने की उम्मीद कम दिख रही है। मंगलवार को क्रीड़ा सचिव ने विश्वविद्यालय में मिलने पहुंचे शहर व आस-पास जिलों की महिला खिलाड़ियों को कुलपति की अनुमति नहीं मिलने का आश्ववान देकर ठरका दिया। विश्वविद्यालय के क्रीड़ा सचिव का नाम खिलाड़ियों को दी जाने वाली प्रोत्साहन राशि से लेकर ट्रैक शूट वितरण और अन्य मामलों में हेर-फेर का मुद्दा उछलता रहा है। हालांकि इस बारे में यूनिवर्सिटी में बाक्सिंग खेल के संसाधन नहीं हैं इसलिए ट्रायल अभी तक नहीं हुए। बाक्सिंग संघ से ट्रायल पर बातचीत की जा रही है। ट्रैक शूट व प्रोत्साहन राशि वितरण यूनिवर्सिटी की ओर से किया जाता है। इसमें मेरा कोई लेना देना नहीं हैं। जबकि बाक्सिंग संघ लगातार खिलाड़ियों के पक्ष में रहा है। संघ खिलाड़ियों के लिए हर प्रकार के सहयोग को तैयार है।
इस मामले की जानकारी होने पर विश्वविद्यालय के कुलसचिव प्रो. विनय कुमार पाठक ने कहा कि मेरी ओर से सभी खिलाड़ियों को शामिल होने की अनुमति है। किसी भी खिलाड़ी के साथ भेदभाव नहीं होगा। मेरे पास शिकायत के लिए कुछ खिलाड़ी आए जरूर थे। इसके लिए क्रीड़ा सचिव को निर्देशित किया गया है।