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पनकी, जैनपुर व चकेरी में होगा 44 टन ऑक्सीजन का रोजाना उत्पादन, यूपीसीडा से उद्यमियों ने मांगी भूमि

कानपुर में अशोका इंडस्ट्रीज पनकी में चार और जैनपुर में 30 टन ऑक्सीजन प्रतिदिन उत्पादन करेगा। वहीं कानपुर परेरहाट कंपनी चकेरी में 10 टन ऑक्सीजन का उत्पादन रोजाना करेगी। इससे शहर में ऑक्सीजन का संकट दूर होगा ।

By Abhishek AgnihotriEdited By: Published: Mon, 17 May 2021 11:55 AM (IST)Updated: Mon, 17 May 2021 11:55 AM (IST)
पनकी, जैनपुर व चकेरी में होगा 44 टन ऑक्सीजन का रोजाना उत्पादन, यूपीसीडा से उद्यमियों ने मांगी भूमि
कानपुर में ऑक्सीजन संकट खत्म करने की कवायद।

कानपुर, जेएनएन। पनकी, चकेरी , जैनपुर व ट्रांसगंगा सिटी में जल्द ही ऑक्सीजन प्लांटों की स्थापना होगी। इसके लिए उप्र राज्य औद्योगिक विकास प्राधिकरण की ओर से कवायद तेज कर दी गई है। चकेरी में प्रतिदिन 10 टन ऑक्सीजन के उत्पादन के लिए प्लांट का निर्माण शुरू होगा। प्राधिकरण के सीईओ मयूर माहेश्वरी के आदेश पर कानपुर परेरहाट कंपनी को 18 सौ वर्गमीटर भूमि उपलब्ध करा दी गई है। जैनपुर में 30 टन प्रतिदिन उत्पादन होगा। इसके लिए अशोका इंडस्ट्रीज को भूमि आवंटित की जाएगी। अशोका इंडस्ट्रीज तो बहुत ही जल्द चार टन ऑक्सीजन का प्लांट पनकी में शुरू कर देगा। इस तरह दो से तीन माह के अंदर 44 टन ऑक्सीजन का उत्पादन प्रतिदिन कानपुर में होने लगेगा। इसके साथ ही एसआर इंटरनेशनल की ओर से पनकी , उद्यमी जितेंद्र शर्मा की ओर से भी प्राधिकरण से भूमि मांगी गई है।

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कोरोना संक्रमितों की संख्या जब सूबे में तेजी से बढ़ी तो बड़े पैमाने पर ऑक्सीजन की डिमांड भी हुई, लेकिन ऑक्सीजन की उपलब्धता कम होने से मरीजों और अस्पतालों के प्रबंधन को भी बड़ी दिक्कतें झेलनी पड़ी। हालांकि राज्य सरकार ने दूसरे प्रांतों से ऑक्सीजन मंगाकर मांग की पूर्ति की। अब मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ऑक्सीजन उत्पादन के क्षेत्र में यूपी को आत्मनिर्भर बनाने का निर्णय लिया है तो इसे पूरा करने की बड़ी जिम्मेदारी प्राधिकरण की है, क्योंकि प्राधिकरण के पास सूबे में 154 औद्योगिक क्षेत्र हैं। 19 कंपनियों ने भूमि मांगी थी इनमें से आठ को भूमि दे गई है।

शेष को भूमि आवंटन की प्रक्रिया चल रही है। इसी कड़ी में अशोक इंडस्ट्रीज को जल्द ही जैनपुर में प्रतिदिन 30 टन ऑक्सीजन उत्पादन के लिए भूमि आवंटित की जाएगी। हालांकि कंपनी को यहां यह भूमि नीलामी में खरीदनी होगी, क्योंकि वहां पर 75 प्रतिशत भूखंड आवंटित हो चुके हैं। ऐसे में वहां नीलामी में ही भूखंडों का आवंटन होगा। कंपनी के पास पनकी औद्योगिक क्षेत्र में भूमि है तो वह वहां प्लांट लगाने की प्रक्रिया शुरू कर चुका है। कानपुर परेरहाट कंपनी ने तीन माह में ऑक्सीजन उत्पादन का लक्ष्य रखा है। अगर ये कंपनियां ऑक्सीजन उत्पादन शुरू कर देंगी तो फिर कानपुर में बाहर से ऑक्सीजन मंगाने की जरूरत नहीं होगी।

  • ज्यादा से ज्यादा लोगों को ऑक्सीजन प्लांट लगाने के लिए प्रेरित किया जा रहा है। हमारा प्रयास रंग ला रहा है कई कंपनियां प्लांट लगाने को तैयार हैं। कम समय में जरूरी प्रक्रिया पूरी हो जाएं ताकि प्लांट समय से लगें इसके लिए अफसरों को जरूरी दिशा निर्देश भी दिए गए हैं। -मयूर माहेश्वरी, सीईओ, यूपीसीडा

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