चार दिन पूर्व बस में 33 बिना टिकट यात्री पकड़े जाने का मामला, सात एटीआइ निलंबित, एआरएम को जांच
सोमवार को फर्रुखाबाद-इटावा मार्ग पर बेवर कुसमरा के निकट इटावा डिपो की बस चेक की जिसमें गड़बड़ी मिली थी। मामले को शासन ने काफी गंभीरता से लिया है। इसके बाद इस मार्ग पर बसों की नियमित चेकिंग करने वाले सात एटीआइ निलंबित कर दिए गए हैं
कानपुर, जेएनएन। चार दिन पूर्व रोडवेज बस में बिना टिकट 33 यात्री मिलने के मामले में इटावा से फर्रुखाबाद के बीच चेकिंग करने वाले सात एटीआइ (सहायक यातायात इंस्पेक्टर) भी निलंबित कर दिए गए हैं। विभागीय जांच एआरएम औरैया को सौंपी गई है। मामले में चालक-परिचालक को बर्खास्त करने के साथ ही दो एआरएम, यातायात अधीक्षक व यातायात इंस्पेक्टर बुधवार को निलंबित किए जा चुके हैं।
गाजियाबाद के क्षेत्रीय प्रबंधक एके सिंह ने बीते सोमवार को फर्रुखाबाद-इटावा मार्ग पर बेवर कुसमरा के निकट इटावा डिपो की बस चेक की, जिसमें गड़बड़ी मिली थी। मामले को शासन ने काफी गंभीरता से लिया है। इसके बाद इस मार्ग पर बसों की नियमित चेकिंग करने वाले सात एटीआइ निलंबित कर दिए गए हैं। क्षेत्रीय प्रबंधक इटावा दीपक चौधरी ने बताया कि सातों को कारण बताओ नोटिस जारी किए गए हैं। निलंबित एआरएम की जांच लखनऊ मुख्यालय स्तर से होगी। रोडवेज बसों में बिना टिकट यात्री सफर न करें, इसके लिए और अधिक कड़ी चेकिंग शुरू करा दी गई है। इसके अलावा अंतर क्षेत्रीय चेकिंग अभियान जारी है। सभी को कर्तव्य निष्ठा और ईमानदारी से काम करना चाहिए।
बिना टिकट यात्रियों को लेकर चर्चा : रोडवेज में बिना टिकट 33 यात्रियों के पकड़े जाने को लेकर कई तरह की चर्चा है। परिवहन निगम से जुड़े लोगों का कहना है कि कई चालक-परिचालक बस स्टेशन पर बुङ्क्षकग कराने के बजाए यात्रियों को बाहर से बैठाकर चल देते हैं। एक-एक टिकट बनाने में समय लगता है, इसलिए पकड़े जाते हैं। दूसरी ओर कुछ लोगों का कहना है कि कोरोना काल में बस में सीट संख्या के अनुरूप 52 यात्री सवार होते हैं। इसके तहत कई चालक-परिचालक यात्रियों की संख्या और कम दर्शाकर यात्रियों को बिना टिकट यात्रा कराकर चोरी करते हैं। आरएम दीपक चौधरी ने बताया कि जांच में सभी पहलुओं पर गहनता से छानबीन हो रही है।