Former CM in Chitrakoot: अखिलेश यादव ने कहा, बिना ट्रायल वैक्सीन लगाने का क्या मतलब
पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव चित्रकूट के दो दिवसीय दौरे पर प्रोटोकाल से 35 मिनट विलंब से पहुंच गए चित्रकूट में हुए विकास कार्यों को अपनी सरकार की उपलब्धियां बताई। कार्यक्रम के अनुसार उन्हेंं 1.45 बजे पहुंचा था लेकिन 35 मिनट देर से पूर्व सीएम पहुंचे।
कानपुर, जेएनएन। कोरोना वैक्सीन नहीं लगवाने की बात कह चुके समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश ने फिर कहा कि बिना ट्रायल के वैक्सीन लगाने का क्या मतलब है? भाजपा बताए कब गरीबों को फ्री वैक्सीन देगी? पूरे उत्तर प्रदेश में कब तक वैक्सीन लग जाएगी। हर चीज को भाजपा अपना नाम देती है। अब वैक्सीन बनाने वाली कंपनियां भी आपस मे लडऩे लगी हैं। पूर्व मुख्यमंत्री गुरुवार को दो दिवसीय दौरे पर चित्रकूट पहुंचे। यहां पत्रकारों से बातचीत में दावा किया कि वर्ष 2022 में सपा की सरकार बनने जा रही है। छोटे दलों के साथ मिलकर चुनाव लड़ेंगे।
उन्होंने कृषि कानूनों को किसानों के लिए डेथ वारंट बताया। बोले, लोकसभा और राज्यसभा में हमारी पार्टी ने इसका विरोध किया था। उन्होंने कहा कि प्रदेश में सबसे ज्यादा फेंक एनकाउंटर हुए हैं। बदायूं में जो हुआ है उससे हम सबका सिर शर्म से झुक जाता है। हाथरस में भी जो हुआ, उसमें भी सरकार पता नहीं क्या छिपाना चाहती है। भाजपा झूठों की पार्टी है। पहले आरक्षण के खिलाफ थी, आज जातियों पर राजनीति कर रही है। बिना नाम लिए डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य पर निशाना साधा कि अभी हाल ही में एक नेता का जिले में कार्यक्रम हुआ था तो उसमें बच्चों को बैठाया गया। क्या बच्चे किसानी करेंगे? मुख्यमंत्री कहते हैं, नौकरी दी है। किसे मिली है नौकरी, बताएं। 1500 से अधिक शिक्षमित्रों ने खुदकुशी कर ली। जिलाध्यक्ष अनुज यादव, राज्यसभा सदस्य विशंभर निषाद, लोहिया वाहनी राष्ट्रीय महासचिव डॉ. निर्भय पटेल, एमएलसी सुनील साजन ने पार्टी अध्यक्ष का स्वागत किया।
हम देवांगना पट्टी बड़ी बनाना चाहते थे, मगर भाजपा ने छोटी कर दी
चित्रकूट में चल रहे मंडलीय कार्यकर्ता सम्मेलन में शामिल होने आए अखिलेश चार्टर्ड विमान से देवांगना हवाई पट्टी पर उतरे। बोले, यह हवाई पट्टी नेताजी (मुलायम सिंह यादव) की देन है। इसको हम बड़ी बनाना चाहते थे ताकि बड़े विमान उतरते, मगर भाजपा ने पट्टी छोटी कर दी। जो योजनाएं परियोजनाएं बनी थीं, चार साल से रुक गई हैं। लक्ष्मण पहाड़ी में बने रोपवे को लेकर कहा कि जब रोपवे दिया तो उसका रंग लाल था। उद्घाटन हुआ तो उसका रंग भगवा हो गया। भाजपा पुरानी योजनाओं का नाम बदलकर अपना नाम दे रही है।