दुष्कर्म पीडि़ता को जबरन खिला दी गर्भपात की दवा, बिगड़ी हालत
22 दिन बाद भी नही कराया गया मेडिकल किडनी पर घातक असर पडऩे से की जा रही डायलिसिस।
चौबेपुर (कानपुर)। चौबेपुर के मरखरा गांव में ढाई माह पूर्व किशोरी से दुष्कर्म के बाद आरोपित द्वारा जबरन गर्भपात की दवा खिलाने से पीडि़ता की हालत बिगड़ गई है। उसकी किडनी पर असर पड़ा है। उसे एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पुलिस ने मुकदमा दर्ज होने के 22 दिन बाद भी पीडि़ता का मेडिकल नहीं कराया। आरोपित भी गिरफ्तार नहीं किया गया है।
मरखरा गांव निवासी एक किसान की सत्रह वर्षीय बेटी से बीते 14 जनवरी को दुष्कर्म हुआ था। परिजनों ने बताया कि गांव के ही राजन ने खेत में उसके साथ तमंचे के बल दुष्कर्म किया। जान से मार डालने की धमकी से डरी बेटी ने आपबीती घर वालों को नहीं बताई। करीब दो माह बाद गर्भवती होने पर घरवालों को मामले की जानकारी हुई। जिसके बाद पुलिस के सूचना दी। पुलिस ने आरोपित युवक के खिलाफ मुकदमा तो दर्ज कर लिया, लेकिन 22 दिन बाद भी मेडिकल कराया गया।
मंगलवार थाने पहुंचे पीडि़ता के परिजनों ने आरोप लगाया कि पुलिस आरोपित युवक को बचा रही है। थाना प्रभारी सुखराम रावत ने बताया कि मामले में 19 मार्च को मुकदमा दर्ज किया जा चुका है। पीडि़ता का एक निजी अस्पताल में उपचार चल रहा है। जल्द ही बयान दर्ज किए जाएगें। आरोपित युवक की गिरफ्तारी के लिए दबिश दी जा रही है।
जिंदगी बचाने को जूझ रहा परिवार
दुष्कर्म पीडि़त किशोरी की हालत गंभीर बनी हुई है। उसका कानपुर के एक निजी अस्पताल में इलाज चल रहा है। जहां डाक्टरों ने गर्भपात की दवा का घातक असर किडनी पर होने के कारण डायलिसिस शुरू की है। पीडि़ता का परिवार उसकी जिंदगी बचाने के लिए जूझ रहा है।