कानपुर, आगरा, गाजियाबाद और लखनऊ में जल्द ही मिलेगी फ्लैटेड फैक्ट्री की सुविधा
निर्माण में 371 करोड़ रुपये खर्च होंगे लखनऊ के सरोजनी नगर स्थित स्कूटर इंडिया एनस्लरी स्टेट की 6930 वर्ग मीटर भूमि पर 76 करोड़ रुपये से भूतल समेत चार मंजिला भवन बनेगा इमारतों में जो भी उद्योग लगेंगे वे गैर प्रदूषणकारी होंगे।
कानपुर, जागरण स्पेशल। निजी क्षेत्र के सहयोग से पीपीपी मॉडल पर प्रस्तावित औद्योगिक क्षेत्रों में में भी फ्लैटेड फैक्ट्री का प्रावधान किया जाएगा। ऐसा इसलिए ताकि वहां कम जगह में ज्यादा औद्योगिक इकाइयां स्थापित हो सके। इसके लिए उप्र लघु उद्योग निगम जल्द ही प्रक्रिया शुरू करेगा। इसके साथ ही निगम ने अपनी जमीन पर कानपुर, आगरा, गाजियाबाद और लखनऊ में बहुमंजिला इमारतों (फ्लैटेड फैक्ट्री) की स्थापना के लिए अब टेंडर की तैयारी शुरू की है। चूंकि निगम बोर्ड ने प्रोजेक्ट को हरी झंडी दे दी है ऐसे में इनकी स्थापना में अब कोई बाधा नही है। इन शहरों की बहुमंजिला इमारतों में कुल 421 फ्लैट बनेंगे। इनके निर्माण में 371 करोड़ रुपये खर्च होंगे। यहां आवासीय सुविधा भी होगी।
मंत्रालय से दी जा रही 15-15 करोड़ की मदद
कम जगह में ज्यादा उद्योग लगें इसके लिए केंद्र सरकार की ओर से लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। तमाम तरह की सुविधाएं दी जा रही हैं। यहां तक कि बहुमंजिला इमारतों में उद्योगों की स्थापना के प्रोजेक्ट को केंद्रीय सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्रालय से 15- 15 करोड़ रुपये की मदद दी जा रही है। इन इमारतों में जो भी उद्योग लगेंगे वे गैर प्रदूषणकारी होंगे।
15 अक्टूबर को यूपीएसआइसी बोर्ड की बैठक में मिली मंजूरी
इसी तरह 5 से 50 एकड़ में औद्योगिक क्षेत्र निजी क्षेत्र के सहयोग से बसाने की तैयारी है। इस प्रस्ताव को भी मंजूरी मिल गई है। अब निगम टेंडर आमंत्रित करेगा। वैसे पीपीपी मॉडल पर औद्योगिक क्षेत्र बसाने के लिए एक दर्जन कम्पनियों ने निगम प्रबंधन से सम्पर्क साधा है। लखनऊ के सरोजनी नगर स्थित स्कूटर इंडिया एनस्लरी स्टेट की 6930 वर्ग मीटर भूमि पर 76 करोड़ रुपये से भूतल समेत चार मंजिला भवन बनेगा। इसमें 56 उद्योग लगेंगे। आगरा में 20,960 वर्ग मीटर में भूतल समेत पांच मंजिला भवन बनाने में 134 करोड़ रुपये खर्च होगा। 241 इकाइयां लगेंगी। 15 अक्टूबर को यूपीएसआइसी बोर्ड की बैठक में प्रोजेक्ट को मंजूरी मिल गई है। इसलिए अब टेंडर की तैयारी है।