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एफआइयू ने पंजाब नेशनल बैंक पर लगाया 15.62 करोड़ का जुर्माना, देश भर के कर्मचारियों को नोटिस

PNB में नए या संशोधित खातों में कांस्टीट्यूशन आइडी और कस्टमर टाइप गलत भरने से ट्रांजेक्शन पकड़ से बाहर हो गए। फाइनेंशियल इंटेलीजेंस यूनिट ने 14577 ट्रांजेक्शन पकड़े गए हैं जिसे बड़ी चूक मानकर देशभर में कर्मचारियों को नोटिस दिए जा रहे हैं।

By Abhishek AgnihotriEdited By: Published: Mon, 14 Dec 2020 10:36 AM (IST)Updated: Mon, 14 Dec 2020 10:36 AM (IST)
एफआइयू ने पंजाब नेशनल बैंक पर लगाया 15.62 करोड़ का जुर्माना, देश भर के कर्मचारियों को नोटिस
कानपुर में भी बैंक के कई कर्मचारियों ने गलती की है।

कानपुर, [राजीव सक्सेना]। नाॅन प्राॅफिट आॅर्गेनाइजेशन का नए खाता खोलते या खाते को संशोधित करते समय पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) के कर्मचारियों ने कुछ वर्ष पहले बड़ी गड़बड़ी की। उन्होंने खाताधारक का कांस्टीट्यूशन कोड भी गलत भरा और उनका कस्टमर टाइप भी। इतना ही नहीं उन्होंने इसे सत्यापित भी कर दिया। फाइनेंशियल इंटेलीजेंस यूनिट इंडिया (एफआइयू आइएनडी) ने जब यह मामला पकड़ा तो उसने इसे बैंक की गाइडलाइन के मानक पूरे ना करने का गंभीर मामला माना और बैंक पर 15.62 करोड़ रुपये का जुर्माना लगाया। अब बैंक देशभर में उन कर्मचारियों को नोटिस जारी कर रहा है, जिन्होंने गलत कांस्टीट्यूशन कोड व कस्टमर टाइफ भर कर उसे वैरीफाई कर दिया था।

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कोई खाताधारक आतंकी गतिविधियों में कहीं कोई धन बैंक के जरिए तो नहीं भेज रहा या किसी खाते से हवाला के जरिए रुपये तो नहीं भेजे जा रहे, इस पर सभी बैंकों को नजर रखनी होती है। किसी भी खाते में जरा भी गड़बड़ी का अंदेशा होने पर बैंक इसके लिए एफआइयू को तुरंत जानकारी देते हैं। रिजर्व बैंक ने 31 मार्च 2015 को सभी बैंकों को पत्र लिखकर निर्देश दिए थे।

इसमें उसने एफआइयू के 19 दिसंबर 2014 के पत्र का जिक्र किया था कि बैंक अनिवार्य रूप से अपने यहां नाॅन प्राफिट ऑर्गेनाइजेशन के खातों की जानकारी भी देंगे। इसके बाद भी पीएनबी कर्मचारियों ने लापरवाही कर दी। उन्होंने नाॅन प्राफिट आर्गनाइजेशन का नया खाता खोलते या पुराने खाते को संशोधित करते समय उसकी कांस्टीट्यूशन आइडी और कस्टमर टाइप को ठीक स्थान पर नहीं भरा।

इन जानकारी के गलत भरे होने से बैंक अपने 8,641 खातों में हुए 14,577 एेसे ट्रांजेक्शन को नहीं पकड़ सका, जिसकी रिपोर्ट उसे एफआइयू को करनी चाहिए थी। एफआइयू ने यह चूक पकड़ी तो उसने बैंक पर 20 सितंबर 2017 को 15.62 करोड़ रुपये का जुर्माना लगा दिया। यह जुर्माना लगने के बाद बैंक ने नो यो कस्टमर व एंटी लांड्रिंग सेल से जानकारी की तो उसे पता चला कि उसके कर्मचारियों ने क्या गलती की थी।

इसके बाद बैंक ने सभी 8,641 बैंक खातों के बारे में जानकारी की कि उनके खातों में कांस्टीट्यूशन कोड और कस्टमर टाइप किस अधिकारी या कर्मचारी ने फीड किया है। इसके लिए बैंक को काफी समय लगा। अब जब बैंक के पास सभी खातों के संबंध में जानकारी आ गई है तो उसने देशभर में करीब 2,600 कर्मचारियों को नोटिस जारी किए हैं। इसमें कानपुर में भी काफी कर्मचारी नोटिस पा चुके हैं। अधिकारियों के मुताबिक यह गड़बड़ी उस समय हुईं थीं जब बैंक खुद को फिनैकल 10 कै लिए तैयार कर रहा था।

  • किसी भी कर्मचारी ने जानबूझ कर कांस्टीट्यूशन कोड गलत फाइल नहीं किया है। ना ही जानबूझकर गलत कस्टर टाइप भरा गया है। हो सकता है कि कभी कार्य के दबाव में इस तरह की गलती हो गई हो। -रंजना खरे, उप महाप्रबंधक पंजाब नेशनल बैंक

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