पहले फेसबुक पर की दोस्ती, फिर रूस में नौकरी का झांसा देकर ठगे 90 हजार रुपये Kanpur News
महाराष्ट्र के कोल्हापुर से आए छात्र ने एसएसपी को दिया प्रार्थना पत्र सीओ की जांच में फर्जी निकला कंसल्टेंट एजेंसी संचालक का पता।
कानपुर, जेएनएन। रूस में नौकरी लगवाने का झांसा देकर शहर के ठग ने कोल्हापुर (महाराष्ट्र) के छात्र से 90 हजार रुपये हड़प लिये। मंगलवार को पीडि़त छात्र आरोपित को ढूंढते हुए शहर आया और एसएसपी दफ्तर में गुहार लगाई। सीओ की जांच में ठगी करने वाले कंसल्टेंट कंपनी संचालक का पता फर्जी निकला।
कोल्हापुर के सांगली में रहने वाला युवक शैलेष कुमार स्नातक का छात्र है। पीडि़त ने बताया कि दो माह पूर्व फेसबुक पर समीर सिद्दीकी नामक शख्स से दोस्ती हुई थी। उसने बताया कि वह कानपुर रतनलाल नगर में ग्लोबल ग्र्रुप ऑफ स्टडीज कंसल्टेंसी एजेंसी चलाता है। उसने शैलेष को भी रूस में नौकरी लगवाने का झांसा दिया। आरोप है कि कुछ दिन बाद समीर ने वीजा बनवाने के नाम पर 15 हजार रुपये मांगे। शैलेष से यह रकम बिहार पूर्णिया स्थित बैंक ऑफ बड़ौदा के एक खाते में जमा कराई। इसके बाद समीर ने फर्जी वीजा शैलेष को भेजा और टिकट के नाम पर 75 हजार रुपये ले लिए।सीओ गोविंदनगर ने पुलिस को समीर के बताए गए पते पर भेजा तो पता फर्जी निकला। सीओ चक्रेश मिश्रा ने बताया कि सर्विलांस व साइबर टीम से जांच कराई जा रही है।
सरकारी नौकरी लगवाने के नाम पर ठगी
बिधनू, गंगानगर निवासी अमित कुमार ने अपने परिचित इनाम सिंह उर्फ घसीटे और अवधेश पर ठगी का आरोप लगाया है। बतौर आरोप अप्रैल 2019 में अवधेश अपने पिता रामाधीन यादव, इनाम सिंह समेत पांच लोगों के साथ घर आए और उनकी पत्नी की सरकारी नौकरी लगवाने के लिए दो लाख पहले और एक लाख रुपये नौकरी लगने के बाद देने की बात कही। पीडि़त ने 26 अप्रैल 2019 को नौकरी के लिए दो लाख रुपये नकद आरोपितों को दे दिए। नौकरी नहीं लगने पर पीडि़त ने रुपये वापस मांगे तो आरोपित उसे धमकी देने लगे। उन्होंने 3 जुलाई 2019 को पुलिस से शिकायत की लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई, जिस पर वे कोर्ट की शरण में गए। अधिवक्ता शशांक वर्मा ने बताया कि इस मामले में कोर्ट ने परिवाद दर्ज कर लिया है। अगली सुनवाई 5 अगस्त को होगी।