उर्सला-डफरिन व केपीएम अस्पताल में होंगे आग से निपटने के इंतजाम
जागरण संवाददाता, कानपुर : पुराने जमाने की बिल्डिंगों में चल रहे शहर के तीनों बड़े अस्पतालों
जागरण संवाददाता, कानपुर : पुराने जमाने की बिल्डिंगों में चल रहे शहर के तीनों बड़े अस्पतालों में आग से निपटने की व्यवस्था नहीं है। कई बार आपात स्थिति में मरीजों की जान बचाना मुश्किल हो जाता है। सरकार ने लखनऊ के ट्रामा सेंटर में आग लगने की घटना से सबक लेते हुए सूबे के 33 समेत शहर के उर्सला, डफरिन एवं बिरहाना रोड स्थित केपीएम अस्पताल में अग्निशमन के लिए स्वीकृति प्रदान की है। इन तीनों अस्पतालों के लिए अलग-अलग बजट जारी किया है।
वर्ष 2017 में केपीएम अस्पताल के बाहर लगे ट्रासफार्मर में आग लगने से अस्पताल में आग लग गई थी। इससे वहा अफरातफरी मच गई थी, हालाकि कर्मचारियों की सजगता से कोई नुकसान नहीं हुआ था। इससे पहले लखनऊ के ट्रामा सेंटर मे आग लगने की घटना हुई थी। इसमें जानमाल का भारी नुकसान हुआ था इन घटनाओं के बाद सरकार भी हरकत में आई। ऐसे अस्पताल जहा अग्निशमन के इंतजाम नहीं थे, प्रस्ताव मागे गए थे। इसमें सूबे के 33 अस्पताल पाए गए जहा अग्निशमन के इंतजाम नहीं थे। इस सूची में उर्सला, डफरिन व केपीएम अस्पतालों को भी शामिल किए गए। चिकित्सा, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग के प्रमुख सचिव ने 22 मार्च को धनराशि जारी कर दी है। इस कार्य के लिए आवास विकास को कार्यदायी संस्था नामित किया है।
अस्पतालों को मिला बजट
उर्सला अस्पताल के लिए 55.97 लाख रुपए स्वीकृत किए हैं। डफरिन अस्पताल के लिए 27.9 लाख रुपए व केपीएम अस्पताल के लिए 21.15 रुपए स्वीकृत किए हैं।
इसको लेकर सीएमओ अशोक शुक्ला ने कहा कि शासन ने शहर के तीन बड़े अस्पतालों में अग्निशमन की व्यवस्था करने का निर्णय किया है। इसके लिए बजट आवंटित कर दिया है। साथ ही कार्यदायी संस्था भी नामित कर दी है। जल्द ही टेंडर प्रक्रिया शुरू की जाएगी।