बवाल के बाद 15 हजार से ज्यादा लोगों पर मुकदमा, चप्पे-चप्पे पर 7500 सुरक्षाकर्मी तैनात Kanpur News
शहर के नौ थानों में अलग अलग धाराओं में 12 मुकदमे लिखे गए हैं।
कानपुर, जेएनएन। एनआरसी व सीएए के विरोध में बिना अनुमति जुलूस निकालकर बवाल व उपद्रव करने के आरोप में शुक्रवार देर रात तक पुलिस ने बाबूपुरवा, चमनगंज, बेकनगंज, ग्वालटोली, कर्नलगंज, कोतवाली, अनवरगंज, फीलखाना और नौबस्ता थानों में 15 हजार से ज्यादा लोगों पर 12 मुकदमे दर्ज कराए। इसमें धारा 144 का उल्लंघन, तोडफ़ोड़, सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाना, लोगों का जीवन भय में डालना, हत्या का प्रयास करना और 7 क्रिमिनल लॉ अमेंडमेंट एक्ट आदि धाराएं लगाई गई हैं। वहीं शहर को छावनी में तब्दील कर दिया गया है, संवेदनशील स्थानों पर करीब 7500 सुरक्षाकर्मियों की तैनाती की गई है।
बाबूपुरवा में सीओ, दारोगा और सिपाहियों के घायल होने के बाद करीब 3000 लोगों के खिलाफ हत्या का प्रयास, 7 क्रिमिनल लॉ अमेंडमेंट एक्ट, बलवा, सरकारी कार्य में बाधा आदि धाराओं में मुकदमा दर्ज कराया गया। ग्वालटोली में भी 100 व्यक्तियों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की गई। इसमें सराय वाली मस्जिद के पेश इमाम मो. जुनैद और अधिवक्ता नौशाद उर्फ काले को नामजद भी किया गया। थाना प्रभारी अजय सेठ ने बताया कि पहले से इमाम को बताया गया था। बावजूद इसके लोग लाल इमली वाली रोड से होते हुए कर्नलगंज क्षेत्र में पहुंचे और वहां पथराव कर सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाया।
चमनगंज इंस्पेक्टर रवि श्रीवास्तव ने करीब 400 लोगों के खिलाफ धारा 144 के उल्लंघन के आरोप में मुकदमा दर्ज किया। बेकनगंज इंस्पेक्टर वीर सिंह ने बलवा, सरकारी कार्य में बाधा, 7 क्रिमिनल लॉ अमेंडमेंट एक्ट के तहत तीन-चार हजार लोगों पर मुकदमा दर्ज कराया। अनवरगंज इंस्पेक्टर ने 1000 लोगों के खिलाफ धारा 144 के उल्लंघन के आरोप में मुकदमा दर्ज किया। जबकि फीलखाना पुलिस ने चार से पांच हजार लोगों के खिलाफ और नौबस्ता में करीब 100 व्यक्तियों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की गई।
उपद्रवियों पर होगी रासुका की कार्रवाई
मुकदमे दर्ज किए जाने के साथ ही 40 व्यक्तियों को गिरफ्तार किया गया है। वीडियोग्र्राफी व एकीकृत यातायात प्रबंधन प्रणाली (आइटीएमएस) के कैमरों की मदद से बाकी उपद्रवियों की तलाश की जा रही है। एसपी पूर्वी राजकुमार अग्र्रवाल ने बताया कि जहां-जहां सीसीटीवी कैमरे लगे हैं, उनकी फुटेज निकलवाई जा रही है। साथ ही वीडियोग्र्राफी व ड्रोन कैमरों की मदद से बनाई गई फुटेज के जरिए भी आरोपितों की पहचान की जाएगी। उपद्रवियों के खिलाफ रासुका की भी कार्रवाई की जाएगी।
चप्पे-चप्पे पर पुलिस नजर नजर
बवाल के बाद शहर को छावनी बना दिया गया है। शनिवार को माहौल और खराब न हो इसलिए बड़ी संख्या में पुलिस व अद्र्धसैनिक बलों को तैनात किया गया है। हालातों को देखते हुए शासन से एक अतिरिक्त डीआइजी व एसपी के अलावा पीएसी, आरएएफ और पुलिस के अतिरिक्त जवान भी मिले हैं। अनुमान के मुताबिक करीब साढ़े सात हजार सुरक्षाकर्मी तैनात किए गए हैं। आइजी मोहित अग्रवाल ने बताया कि कानपुर की संवेदनशीलता को देखते हुए पहले से ही 6 कंपनी पीएसी, दो कंपनी रैपिड एक्शन फोर्स मिली हुई थी।
अब मौजूदा हालातों के बाद शासन ने एक डीआइजी और एक एसपी भेजने का फैसला लिया है। इसके अलावा दो कंपनी पीएसी और दो कंपनी आरएफ भी बढ़ा दी गई है। जालौन से पुलिस के 300 जवानों को भी कानपुर भेजा गया है। इस तरह अब शहर में आठ कंपनी पीएसी, चार कंपनी आरएएफ और लगभग छह हजार से अधिक पुलिस कर्मी तैनात कर दिए गए हैं।
छह सुपरजोन बनाए गए
बवाल के चलते गुरुवार को ही शहर में जोन व सेक्टर स्कीम लागू कर दी गई थी, लेकिन मौजूदा हालातों को देखते छह सुपर जोन भी बनाए गए हैं। इनकी कमान जिला प्रशासन की ओर से एमडीएम स्तर के अधिकारी व पुलिस में एसपी स्तर के अधिकारियों को सौंपी गई हैं। इससे पहले शहर के 11 जोन और 65 सेक्टर में बांटा गया था।