पिस्टल पर मिले सुनील की अंगुलियों के निशान
केएफसीएल के डायरेक्टर सुनील जोशी की खुदकशी मामले में पुलिस को तहरीर का इंतजार
जागरण संवाददाता, कानपुर : कानपुर फर्टिलाइजर एंड सीमेंट लिमिटेड (केएफसीएल) के डायरेक्टर सुनील कुमार जोशी की खुदकशी के मामले में मुकदमा दर्ज करने के लिए पुलिस अब तक तहरीर का इंतजार कर रही है। शुक्रवार को फोरेंसिक रिपोर्ट में भी आत्महत्या की पुष्टि हो गई। लाइसेंसी पिस्टल पर सुनील की अंगुलियों के निशान मिले। स्वजनों की ओर से तहरीर न मिलने की वजह से पुलिस ने जनरल डायरी (जीडी) में दर्ज तस्करा के आधार पर जांच शुरू कर दी है। पुलिस ने सबसे पहले कंपनी के गेस्ट हाउस के कर्मियों से पूछताछ की। इसके बाद सुनील के स्वजनों से भी बातचीत का प्रयास किया, लेकिन सफलता नहीं मिल सकी।
स्वरूपनगर के रतन मैजेस्टिक अपार्टमेंट निवासी सुनील कुमार जोशी ने बुधवार सुबह साढ़े नौ बजे कंपनी के छावनी स्थित गेस्ट हाउस में कनपटी पर गोली मार ली थी। घायल अवस्था में उन्हें अस्पताल ले जाया गया, जहां उनकी मौत हो गई। छावनी पुलिस ने जनरल डायरी में तस्करा डालकर शव का पोस्टमार्टम कराया था। हालांकि 60 घंटे बीत जाने के बावजूद पुलिस अभी तक यह पता नहीं लगा सकी है कि आखिर सुनील ने आत्महत्या क्यों की थी। छावनी सीओ आरके चतुर्वेदी ने बताया कि स्वजनों की ओर से तहरीर मिलते ही मुकदमा दर्ज किया जाएगा। पुलिस घटना से संबंधित सवालों का जवाब तलाश रही है। गेस्ट हाउस के गार्ड, कर्मचारियों और वेटरों से पूछताछ की गई है। सुनील के मोबाइल की कॉल डिटेल भी निकलवाई जाएगी।
फोरेंसिक रिपोर्ट में खुदकशी की पुष्टि
फोरेंसिक रिपोर्ट में ये साफ हो गया है कि घटनास्थल पर मिली लाइसेंसी पिस्टल पर सुनील की अंगुलियों के ही निशान थे। बाथरूम में अन्य कोई ऐसा साक्ष्य नहीं मिला, जिसकी वजह से संदेह हो। रिपोर्ट के मुताबिक घटना के तत्काल बाद ही सुनील को अस्पताल ले जाया गया था। घटना के बाद से भाभी (सुनील जोशी की पत्नी मेनका) की तबीयत ठीक नहीं है। उन्हें ही तहरीर देनी है। जब तक तबीयत ठीक नहीं हो जाती, तब तक कुछ कह नहीं सकते।
- राकेश, घर पर मौजूद एक परिचित