Move to Jagran APP

फील्ड गन फैक्ट्री ने शुरू किया रिवाल्वर में जीपीएस का ट्रायल

रिवाल्वर में बायोमीट्रिक सिस्टम लगाने के बाद अब ग्लोबल पोजिशनिंग सिस्टम (जीपीएस) की स्मार्ट चिप लगेगी। इसका ट्रायल शुरू हो गया है।

By JagranEdited By: Published: Sat, 16 Mar 2019 01:20 AM (IST)Updated: Sat, 16 Mar 2019 01:20 AM (IST)
फील्ड गन फैक्ट्री ने शुरू किया रिवाल्वर में जीपीएस का ट्रायल
फील्ड गन फैक्ट्री ने शुरू किया रिवाल्वर में जीपीएस का ट्रायल

जागरण संवाददाता,कानपुर : लाइसेंसी रिवाल्वर का अब गलत इस्तेमाल नहीं कर पाएंगे। इसे रोकने के लिए फील्ड गन फैक्ट्री ने तैयारी शुरू कर दी है। रिवाल्वर में बायोमीट्रिक सिस्टम लगाने के बाद अब ग्लोबल पोजिशनिंग सिस्टम (जीपीएस) की स्मार्ट चिप लगेगी। इसका ट्रायल शुरू हो गया है। एक पखवारे में रिपोर्ट आ जाएगी, जिसके बाद जीपीएस लगी रिवाल्वर लांच की जाएगी।

loksabha election banner

फील्ड गन फैक्ट्री के महाप्रबंधक अनिल कुमार ने शुक्रवार को नई रिवाल्वर के बारे में पत्रकारों को जानकारी दी। कहा कि जीपीएस से पता लग सकेगा कि लाइसेंसी रिवाल्वर लेकर धारक कहां-कहां पर गया। इससे अपराधों पर भी अंकुश लगेगा। कहीं अपराध होने पर पता लगने में देर नहीं लगेगी, उस स्थल पर कौन-कौन लाइसेंस धारक हथियार के साथ था। शक के दायरे में आने पर जांच हो सकेगी कि उसकी रिवाल्वर से गोली चली या नहीं। कितने फायर हुए हैं। सफलता मिलने पर प्रयोग अन्य हथियारों पर भी किया जाएगा। पत्रकार वार्ता में अपर महाप्रबंधक दिनेश सिंह और राजीव जैन, सहायक महाप्रबंधक मनोज कुमार मौर्य, सौरभ सिंह चौहान थे।

ठंडा हो रहा रिवाल्वर का मार्केट

हर साल दस हजार रिवाल्वर बेचने वाला आयुध निर्माणी अब एक साल में 1500 रिवाल्वर ही बेच पा रहा है। महाप्रबंधक ने बताया कि लगातार रिवाल्वर की मांग में गिरावट आ रही है। डिमांड के हिसाब से अब रिवाल्वर बनाएंगे।

--

पहाड़ी क्षेत्र के लिए हल्के व ज्यादा मारक क्षमता के हथियार

महाप्रबंधक ने बताया कि पहाड़ी क्षेत्रों के लिए सैन्य हथियार की डिजाइन बदली जाएगी। हल्के और ज्यादा मारक क्षमता वाले हथियार और टैंक बनाए जाएंगे ताकि पूर्वी क्षेत्र के दुर्गम इलाकों में आसानी से पहुंचाए जा सकें। टैंक टी 72 भारी था, उसे बंद कर टैंक टी 90 का प्रयोग हो रहा है।

---

धनुष व सारंग तोप की सप्लाई सेना को जल्द

धनुष तोप की टेस्टिंग हो गई है। सेना ने छह हजार राउंड फायर कर टेस्टिंग की है। राजस्थान, सिक्किम, लेह समेत कई जगह पर टेस्टिंग हो चुकी है। महाप्रबंधक के मुताबिक 114 तोप का आर्डर मिला है जो वित्तीय वर्ष 2019-20 तक देंगे। तीन सौ सारंग तोप का आर्डर मिला है। इसकी भी आपूर्ति आगामी वित्तीय वर्ष में होगी। आयुध निर्माणी को एक्सपोर्ट के लिए तीन तोप का आर्डर मिला है, जिसकी टेस्टिंग चल रही है। रूस के साथ एक हजार टी 90 टैंक के निर्माण का अनुबंध पूरा हो गया है।

--

सैन्य हथियारों की सर्विस का भी काम मिला

महाप्रबंधक ने बताया कि सेना के हथियारों की सर्विस का भी काम मिला है। बोफोर्स की सप्लाई करने वाली कंपनी यहां पर निर्माण करा रही है। बाहरी कंपनी भी आ रही है। सरसौल में टेस्टिंग रेंज बन रही है जो अड़चनें थीं वो दूर हो गई हैं। इटारसी समेत टेस्टिंग के लिए जो हथियार बाहर जाते हैं, अब नहीं जाएंगे, यही टेस्टिंग हो जाएगी।

-----

आयुध स्थापना दिवस पर हथियारों की प्रदर्शनी

18 मार्च को आयुध स्थापना दिवस पर अरमापुर स्टेट के समाज सदन में हथियारों की प्रदर्शनी लगाई जाएगी। इस बार कोई नया हथियार नहीं रखा जा रहा है।

-------------

आतंकी घटनाएं भी तुरंत खुलेंगी

आज ही न्यूजीलैंड में आतंकी हमला हुआ जिसमें बड़ी संख्या में लोग मारे गए। जब सभी हथियारों में जीपीएस की व्यवस्था हो जाएगी तो सुरक्षा बलों को पता रहेगा कि किसका हथियार कहां है। इसके साथ ही अगर कोई आतंकी घटना हुई तो यह भी पता चल जाएगा कि जिस तरह के हथियार से गोलियां चलीं उस तरह के किन किन लोगों के हथियार वहां थे।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.