मासूम बेटे को फंदे पर लटकाने के बाद एलआइसी एजेंट पिता ने भी फांसी लगा दी जान
कानपुर में एलआइसी एजेंट पिता ने बेटे को फंदे पर लटकाने के बाद खुद भी फांसी लगाकर जान दे दी।
कानपुर, जेएनएन। एक पिता का दिल बेटे को फांसी पर लटकाने की बात सोच कर ही कांप उठता होगा। लेकिन, शहर में एक पिता ने अपने मासूम बेटे को फंदे पर लटकाने के बाद खुद भी फांसी लगाकर जान दे दी। गड़रिया मोहाल में गुरुवार की सुबह घटना ने सभी को झकझोर दिया और यह सोचकर आंखों से आंसू निकल आए कि उस पिता को मासूम पुत्र को अपने हाथों से फांसी देते हुए कितना दर्द हुआ होगा। फिलहाल पुलिस घटना की जांच कर रही है, मौके से अभी तक कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है।
बेटे के साथ फ्लैट में रहते थे एलआइसी एजेंट
हरबंशमोहाल थाना क्षेत्र के गड़रिया मोहाल की मिलन वाली बिल्डिंग की दूसरी मंजिल स्थित फ्लैट में 40 वर्षीय हेमंत कनोडिया एलआइसी एजेंट थे और मौजूदा समय में अपने आठ साल के बेटे अनय के साथ रहकर उसकी परवरिश कर रहे थे। फीलखाना पटकापुर में रहने वाले बड़े भाई विनय कनोडिया ने बताया कि बुधवार शाम से भाई को कॉल कर रहे थे लेकिन उनका फोन नहीं उठ रहा था।
गुरुवार सुबह आठ बजे वह खुद स्वजन संग हेमंत के फ्लैट पर पहुंचे। उन्हें आवाज दी और काफी देर तक दरवाजा खटखटाया लेकिन अंदर से कोई रेस्पांस नहीं मिला तो धक्का देने पर कुंडी खुल गई। अंदर का नजारा देखकर घर वाले चीख पड़े। एक फंदे पर अनय का शव और दूसरे पर हेमंत का शव लटक रहा था।
फांसी लगाने से पहले ढक दिया था बेटे का चेहरा
घर वालों की सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंच गई और दोनों शवों को फंदे से उतारकर छानबीन शुरू की। फांसी के फंदे पर लटक रहे आठ साल के मासूम अनय का मुंह ढका हुआ हुआ था। इससे साफ है कि हेमंत अपने मासूम बेटे की तड़प नहीं देखना चाहता था और उसने फांसी देने से पहले उसका चेहरा कपड़े से ढक दिया होगा। पुलिस ने पूरे फ्लैट की तलाशी ली लेकन कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है।
फोरेंसिक टीम समेत पुलिस ने मौके पर पड़ताल की। थाना प्रभारी सतीश कुमार सिंह ने बताया कि मौके पर कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है, स्वजन से पूछताछ में पता लगा है कि पत्नी की मौत के बाद से एलआइसी एजेंट परेशान थे, जिसके चलते ऐसा कदम उठाया है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई की जाएगी।
पत्नी की मौत के बाद से तनाव में थे हेमंत
घर वालों ने बताया कि एलआइसी एजेंट हेमंत की पत्नी रीता की बीमारी के चलते महाशिवरात्रि वाले दिन मौत हो गई थी। इसके बाद से वह तनाव में रहने लगे थे और खुद ही अनय की परवरिश कर रहे थे। अनय माल रोड स्थित स्कूल में दूसरी कक्षा में पढ़ता था। विनय ने बताया कि रीता की मौत के बाद से हेमंत, अपने बेटे अनय के साथ जनरलगंज निवासी बड़े भाई प्रभात कनोडिया के घर जाकर खाना खाते थे। फ्लैट में नौकरानी आकर झाड़ू पोछा कर जाती थी। घटना से पूरा परिवार स्तब्ध रह गया है।