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आइपीएस खुदकशी मामला : बेटी के बचाव में उतरे पिता, क्या था 22 जुलाई के ई-मेल में

बीती पांच सितंबर की सुबहआइपीएस सुरेंद्र दास ने जहर खा लिया था और नौ सितंबर को अस्पताल में देहांत हो गया था। उनकी पत्नी और ससुरालीजनों पर भाई ने लगाए थे गंभीर आरोप।

By AbhishekEdited By: Published: Mon, 24 Sep 2018 06:52 PM (IST)Updated: Tue, 25 Sep 2018 10:51 AM (IST)
आइपीएस खुदकशी मामला : बेटी के बचाव में उतरे पिता, क्या था 22 जुलाई के ई-मेल में
आइपीएस खुदकशी मामला : बेटी के बचाव में उतरे पिता, क्या था 22 जुलाई के ई-मेल में

कानपुर (जागरण संवाददाता)। आइपीएस सुरेंद्र दास ने खुदकशी क्यों की? घटना के पीछे उनकी पत्नी से मनमुटाव वजह बनी या फिर कोई और बात थी? सुसाइड नोट से उठे सवालों और भाई नरेंद्र के आरोपों के बीच सोमवार को सास डॉ. रीता सिंह व ससुर डा. रावेंद्र सिंह बचाव में उतर आए। उन्होंने प्रेस वार्ता में दिवंगत आइपीएस दामाद के परिजनों पर गंभीर आरोप लगाए है। साथ ही आइपीएस की अपनी बहन से फोन पर हुई बातचीत की पांच वॉयस रिकार्डिंग भी सुनाईं।

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आइपीएस की पत्नी व अपनी बेटी डा. रवीना के बचाव में उतरे डॉक्टर दंपती ने कहा कि दामाद अपने भाई और परिवार से ही तंग आ चुके थे, जिसकी वजह से उन्होंने जान दे दी। कहा कि बेटी से शादी से पहले सुरेंद्र की मोनिका और तूलिका नाम की दो लड़कियों से रिश्ते की बात चली थी। मां व भाई की वजह से सुरेंद्र का रिश्ता नहीं हो सका। मोनिका से तो रोक की रस्म भी हो चुकी थी, जिसका सामान लौटाने के दौरान सुरेंद्र का भाई नरेंद्र से झगड़ा हुआ था।

आइपीएस बनने से पहले कोल इंडिया में काम करते थे सुरेंद्र दास

डा. रावेंद्र ने बताया कि आइपीएस बनने से पहले सुरेंद्र कोल इंडिया में नौकरी करते थे और वेतन का कुछ पैसा रोककर बाकी अपने भाई को देते थे। उन्होंने ही नरेंद्र को टिंबर व ग्रिल वेल्डिंग का कारोबार कराया और घर बनवाया था। शादी के दौरान नरेंद्र व उनके परिवार ने सुरेंद्र की कोई सहायता नहीं की। इससे वह परेशान थे। तब रवीना के ही एटीएम कार्ड से शादी की खरीदारी की थी।

ससुरालियों ने रवीना से नहीं किया अच्छा व्यवहार

डॉ. रावेंद्र कहा कि शादी के बाद रवीना के साथ भी ससुरालवालों ने अच्छा व्यवहार नहीं किया। इस पर लखनऊ वाले घर में विवाद भी हुआ था। सुरेंद्र के घरवाले शादीशुदा जिंदगी में खलल डालने लगे। सुरेंद्र सहारनपुर गए तो नजर रखी जाती थी कि वह कब और कितनी बार कानपुर आए।

प्लॉट बेचने का दबाव बना रहा था भाई

डॉ. रवीना के पिता का आरोप है कि नरेंद्र अपने भाई पर एकता नगर लखनऊ का प्लाट बेचने का दबाव बना रहे थे। इससे इन्कार पर दोनों भाइयों में झगड़ा हुआ था। नरेंद्र व उनकी पत्नी नेहा सुरेंद्र से रुपयों की मांग करते थे। बेटी-दामाद (रवीना-सुरेंद्र) सिक्किम घूमने गए तो वहां भी फोन करके नेहा ने पैसे मांगे थे। अंबेडकर नगर ट्रांसफर होने के बाद नरेंद्र ने उन्हें सामान देने से मना कर दिया था। बहन सावित्री व पत्नी रवीना को सुरेंद्र हर बात बताते थे।

रवीना को भेजी थी सावित्री से हुई बातचीत की रिकार्डिंग

प्रेस वार्ता में उन्होंने कहा कि सावित्री से फोन पर हुई बातचीत की रिकार्डिंग भी सुरेंद्र ने रवीना को भेजी थी। 22 जुलाई 2017 को ईमेल करके जीवन समाप्त करने की बात लिखी थी तब रवीना ने ही समझाया था। आरोप है कि नरेंद्र व परिजन सुरेंद्र को पैसा कमाने की मशीन समझते थे और अपने कामों से उनके पद की गरिमा को ठेस पहुंचा रहे थे। आरोप है कि नरेंद्र ने भाई के माध्यम से नौकरी लगवाने का झांसा देकर लोगों से पैसे भी लिए थे।

पत्नी का बर्थडे मना रहे थे सुरेंद्र

जहर खाने से पहले सुरेंद्र पत्नी रवीना का बर्थ डे मना रहे थे। यह जानकारी सास डॉ. रीता ने दी। उन्होंने बताया कि रवीना का बर्थ डे एक फरवरी को था लेकिन किसी कारणवश उसे नहीं मना सके थे। चार सितंबर को उन्होंने बर्थ डे सेलीब्रेट किया। हालांकि वे वहां जा नहीं सके लेकिन इससे पहले तीन सितंबर को जन्माष्टमी की सजावट देखने गए थे।

पिछले साल रवीना को भेजा था ई-मेल

22 जुलाई 2017 को सुरेंद्र ने पत्नी रवीना को 23 लाइन का ई-मेल भेजा था, तब वह सहारनपुर में तैनात थे। ई-मेल में लिखा था कि बार-बार, ये जो हमारे बीच हो रहा है, इट कैन नॉट बी विदआउट रीजन। एवरीथिंग हैज ए रीजन, सो इट शुड आलसो हैव। आफ्टर थिंकिंग ए लॉट, आइ हैव रियलाइज वन थिंग एबाउट मी, आइ डोन्ट नो हाऊ टू लव, हाऊ टू शो केयर एंड कन्सर्न एंड आइ डोन्ट डिजर्व इट आलसो। शायद यही वजह है कि घर में सबसे छोटा होने के बाद और सब कुछ घरवालों के लिए करने के बाद भी, आइ डिड नॉट गेट लव, केयर एंड सपोर्ट फ्राम देम, बिकॉज पर्सन लाइक मी इस नॉट मेड फॉर टू बी लव्ड...।

अब तक का घटनाक्रम

आइपीएस सुरेंद्र दास ने पांच सितंबर की सुबह कैंट स्थित सरकारी आवास में जहर खा लिया था। नौ सितंबर को रीजेंसी अस्पताल में इलाज के दौरान उनका देहांत हो गया था। उसी दिन भाई नरेंद्र ने सुरेंद्र की मौत के लिए पत्नी डा. रवीना व ससुरालवालों को जिम्मेदार ठहराते हुए गंभीर आरोप लगाए थे। बाद में एसएसपी को प्रार्थना पत्र भी दिया था। हालांकि बचाव में डा. रावेंद्र भी लखनऊ में एडीजी क्राइम को प्रार्थना पत्र दे चुके हैं, जिसकी जांच एसपी पश्चिम कर रहे हैं।

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