IIT Kanpur की तीन कंपनियों ने रचा इतिहास, फैशन जगत में छाएंगी तीन पर्यावरण मित्र कंपनियां
नीदरलैंड की नामी संस्था ने तीन कंपनियों को ईको फ्रेंडली कार्यों के लिए चुन लिया है और अब दुनियाभर में फैशन डिजाइन के लिए मशहूर कंपनियों के साथ काम करने का मौका मिलेगा।
कानपुर, जेएनएन। आइआइटी कानपुर की इन्क्यूबेटेड तीन कंपनियों ने इतिहास रच दिया है। उनके पर्यावरण मित्र बनकर कार्य करने की क्षमता पर नीदरलैंड की नामी संस्था फैशन फॉर गुड ने चुना है। इन कंपनियों को दुनियाभर में फैशन, कपड़ों व डिजाइन के लिए मशहूर कंपनियों के साथ काम करने का मौका मिलेगा। संस्था की ओर से कुल चयनित कंपनियों में भारत की तीन अन्य कंपनियां, जबकि इंडोनेशिया, फिनलैंड, यूएसए की एक-एक कंपनी शामिल है। कंपनियों की उपलब्धि पर आइआइटी के निदेशक अभय करंदीकर ने उन्हें बधाई दी है।
इन्हें मिली उपलब्धि
धार्मिक स्थलों से निकले फूलों से बनाए उत्पाद : शहर के अंकित अग्रवाल ने आइआइटी के सहयोग से 2018 में मंदिर, मस्जिद और अन्य धार्मिक स्थलों से निकलने वाले फूलों से अगरबत्ती, धूपबत्ती, खाद, पैकेङ्क्षजग मैटेरियल्स, कपड़े, जैकेट्स, कृत्रिम चमड़े की जैकेट आदि तैयार की। फ्लॉवर साइकिङ्क्षलग प्राइवेट लिमिटेड नाम से कंपनी बनाई। वह फोब्र्स में युवा उद्यमियों की सूची में शामिल हो चुके हैं। कई राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय पुरस्कार मिले हैं।
पर्यावरण मित्र प्लास्टिक की तैयार : आइआइटी रुड़की से पासआउट सुकन्या दीक्षित ने अनमोल बंसल और ऋषभ गुप्ता के साथ 2020 में फैबियो नाम से कंपनी बनाई। तीनों ने आइआइटी के विशेषज्ञों संग मिलकर प्लास्टिक का विकल्प तैयार किया। ऐसी प्लास्टिक बनाई, जो कि 120 दिन में अपने आप गल जाती है। यह पशुओं के लिए नुकसानदायक नहीं है। प्लास्टिक बैग, शीट््स, कप प्लेट््स बनाए।
बांस से बनाए कपड़े, फैब्रिक : आइआइटी दिल्ली से टेक्सटाइल पासआउट अनुभव मित्तल ने विभा मित्तल संग 2019 में बायोमाइज कंपनी बनाई। यह कंपनी बांस के फाइबर से फैब्रिक और कपड़े तैयार कर रही है। इसका उपयोग पैकेङ्क्षजग के काम आ रहा है। कई तरह के कपड़े बनाए हैं।
यह कंपनियां भी चयनित
- - बैग्रोटेक, इंडोनेशिया
- - केबी कॉल्स साइंसेज, भारत
- - लुक्रो, भारत
- - नॉरशील्ड, फिनलैंड
- - पोशाक, भारत
- - स्वैचबुक, यूएसए