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फर्रुखाबाद: डिप्टी CM के मुंह फेरते ही गायब हुए डॉक्टर्स, बिना इलाज के लौटे मरीज; निर्देश के बाद भी सुधार नहीं

बुधवार को लोहिया अस्पताल का निरीक्षण करने पहुंचे उपमुख्यमंत्री के समय चिकित्सक मौजूद थे। गुरुवार को उपमुख्यमंत्री के जाने के बाद चिकित्सक भी गायब हो गए। यह स्थिति तब है जब उपमुख्यमंत्री ने डाक्टर के न होने पर सीएमओ व सीएमएस को मरीजों को देखने के निर्देश दिए थे।

By Jagran NewsEdited By: Narender SanwariyaPublished: Fri, 26 May 2023 05:00 AM (IST)Updated: Fri, 26 May 2023 05:00 AM (IST)
फर्रुखाबाद: डिप्टी CM के मुंह फेरते ही गायब हुए डॉक्टर्स, बिना इलाज के लौटे मरीज; निर्देश के बाद भी सुधार नहीं
डिप्टी CM के मुंह फेरते ही गायब हुए डॉक्टर्स, बिना इलाज के लौटे मरीज; निर्देश के बाद भी सुधार नहीं

फर्रुखाबाद, जागरण संवाददाता। दो दिवसीय दौरे पर आए उपमुख्यमंत्री के जाते ही डा. राम मनोहर लोहिया संयुक्त अस्पताल के डाक्टर भी गायब हो गए। स्थिति यह रही कि इलाज की आस में आए मरीज ओपीडी में इधर-उधर भटकते रहे। इलाज न मिलने पर अधिकांश मरीज बिना इलाज के लौट गए। बुधवार को लोहिया अस्पताल का निरीक्षण करने पहुंचे उपमुख्यमंत्री के समय तक तो चिकित्सक मौजूद थे। वहीं गुरुवार को उपमुख्यमंत्री के जाने के बाद चिकित्सक भी गायब हो गए।

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यह स्थिति तब है जब उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने डाक्टर के न होने पर सीएमओ व सीएमएस को मरीजों को देखने के निर्देश दिए थे। इसके बावजूद व्यवस्था में कोई सुधार नहीं हुआ। गुरुवार को दौरा करने के बाद उपमुख्यमंत्री जब जनपद से चले गए, तब ‘जागरण टीम’ पड़ताल करने लोहिया अस्पताल की ओपीडी पहुंची।

स्थिति यह थी कि मरीज फिजीशियन, हृदय रोग विशेषज्ञ, जनरल सर्जन के कक्ष के बाहर खड़े थे, लेकिन विशेषज्ञ चिकित्सक अपने-अपने कक्षों में नहीं थे। आर्थोपेडिक सर्जन डा. ऋषिकांत वर्मा ही अपने कक्ष में मरीजों से घिरे थे।

किसान नगला निवासी ओमवती थककर बैठीं थीं। पूंछने पर बताया कि उन्हें सीने में दर्द की शिकायत है। उन्हें अस्पताल आए हुए एक घंटा हो चुका है। अभी डाक्टर नहीं आए हैं। याकूतगंज निवासी प्रेमपाल को बुखार और खांसी जुकाम की शिकायत थी। फिजीशियन के न होने पर वह बिना दवा के ही लौट गए।

मुख्य चिकित्साधीक्षक डा. राजकुमार गुप्ता ने बताया कि हृदय रोग विशेषज्ञ वार्ड में भर्ती मरीजों को देखने गए थे। जनरल सर्जन डा. वहीदुल हक न्यायालय में गवाही देने गए थे। बाल रोग विशेषज्ञ डा. विवेक सक्सेना ने बच्चों के लिए बनाए गए विशेष वार्ड में परामर्श दिया। हृदय रोग विशेषज्ञ डा. मनोज पांडेय ने मरीजों को परामर्श दिया है।


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