किसानों को जीरो बजट पर सिखाया जाएगा खेती करना, जानिए कौन-कौन से गांव किए गए चिह्नित Kanpur News
नमामि गंगे के तहत पहले चरण में गंगा से सटे 30 गांव किए गए चिह्नित पशु मत्स्य सूअर मुर्गी पालन की दी जाएगी जानकारी।
कानपुर, जेएनएन। नेशनल मिशन फॉर क्लीन गंगा (नमामि गंगे) ने 'मोक्षदायिनी' के संरक्षण, प्रदूषण से मुक्ति और किसानों की दोगुनी आय की तैयारी का खाका खींचा है। इसके लिए 'पतितपावनी' से सटे 30 गांव चिह्नित किए गए हैं, जहां किसानों को जीरो बजट पर खेती करना सिखाया जाएगा। उन्हें जैविक खेती के साथ ही पशु, मत्स्य, सूअर, मुर्गी पालन की जानकारी दी जाएगी।
टीम की निगरानी में रहेंगे ये गांव
यहां के गांव नमामि गंगे टीम की निगरानी में रहेंगे। इन्हीं गांवों से गंगा यात्रा भी गुजरेगी। सांसद, विधायक और जनप्रतिनिधि कम से कम एक दिन के लिए इन गांव में प्रवास करेंगे। किसानों की समस्याओं और सरकारी योजनाओं पर चर्चा करेंगे। दूसरे चरण में गंगा से सटे बाकी गांवों को लिया जाएगा। कानपुर में 50 हेक्टेयर का पूरा क्लस्टर चिह्नित किया गया है। इसके अंतर्गत ही 30 गांव आएंगे।
क्या है जीरो बजट खेती
कृषि उपनिदेशक धीरेंद्र कुमार सिंह के मुताबिक जीरो बजट खेती में किसी तरह के उपकरणों का प्रयोग नहीं किया जाएगा। नमामि गंगे और कृषि विभाग की ओर से किसानों को पुरानी तकनीक की नई तरह से जानकारी दी जाएगी।
-गोबर और हरी खाद बनाने की विधि सिखाई जाएगी।
-कीट, रोग और बीमारियों की जानकारी दी जाएगी।
-फसलों के उन्नत बीज मुहैया कराए जाएंगे।
-गांव के बीच में गंगा तालाब संरक्षित होगा, जो सिंचाई के काम आएगा।
ये गांव हुए शामिल
बिल्हौर- गिलवट अभीनाबाद, संजाती बादशाहपुर, नानामऊ, महिगवां, मोहद्दीनपुर, अकबरपुर सेंग, राधन, राढ़ा, ददिखा, हसौली काजीगंज, गदनपुर आहार
शिवराजपुर- मुंहपोछा, काकूपुर सीताराम, तिलहन, निवादा तारपति
चौबेपुर- तरीपाठकपुर, बहेटा, राजारामपुर, दुर्गापुर, सुन्हौढ़ा, बहालीपुर, वाजिदपुर, क्योना
कानपुर सदर-रमेलनगर, मोहम्मदपुर, हींगूपुर, ङ्क्षहदूपुर
नर्वल- ऐमा, नारायणपुर
किसानों को दिया जा रहा प्रशिक्षण
किसान भवन में गंगा से सटे 40 गांवों के दो-दो किसानों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है। उन्हें जीरो बजट की तकनीक सिखाई जा रही है।