भूमि अधिग्रहण के विरोध में सड़क पर उतरे किसान
जागरण संवाददाता, कानपुर : विभिन्न परियोजनाओं के लिए हुए भूमि अधिग्रहण में कम मुआवजा दिए जाने से नारा
जागरण संवाददाता, कानपुर : विभिन्न परियोजनाओं के लिए हुए भूमि अधिग्रहण में कम मुआवजा दिए जाने से नाराज किसानों ने घंटाघर के समीप धरना दिया। किसानों ने सरकार से भूमि अधिग्रहण के कार्यो में न्याय करने की मांग की।
किसानों का आरोप है लखनऊ-आगरा एक्सप्रेस वे के लिए अधिग्रहीत भूमि में मुआवजा देने के नाम पर खेल किया गया। भूमि की रजिस्ट्री 2014-15 में कराई गई जबकि मुआवजा 2013-14 के सर्किल रेट के हिसाब से दिया गया। यूपीएसआइडीसी ने मंधना में औद्योगिक क्षेत्र बसाने के लिए भूमि अधिग्रहीत किया, लेकिन मुआवजा देने में मनमानी की गई। किसानों को आज के सर्किल रेट के हिसाब से दिया जाए। 60 वर्ष से अधिक उम्र के किसानों और महिलाओं को प्रतिवर्ष 10-10 हजार रुपये पेंशन देने की मांग की गई। किसानों को फसल बीमा योजना का लाभ मिलना चाहिए। यूनियन के मंडल अध्यक्ष भानू प्रताप सिंह, रानू निगम, राम सिंह राठौर, सरोज कुमार कटियार, अब्दुल वकील खान, हाकिम सिंह भदौरिया, छुन्ना कुशवाहा आदि रहे। उत्पीड़न का आरोप लगाकर बैंक कर्मियों का प्रदर्शन
जागरण संवाददाता, कानपुर : यूपी बैंक इंप्लाइज यूनियन व सेट्रल बैंक स्टाफ एसोसिएशन के आह्वान पर पांडु नगर स्थित सेट्रल बैंक आफ इंडिया के क्षेत्रीय कार्यालय पर बैंक कर्मचारियों ने प्रदर्शन किया।
अध्यक्ष रजनीश गुप्ता ने कहा कि 2017 में बैंक प्रबंधन अधिकारियों व कर्मचारियों का उत्पीड़न कर रहा था जिस पर हड़ताल का नोटिस दिया गया था। समझौता वार्ता में सहमति के बाद भी उत्पीड़न नहीं रुका। इसके खिलाफ ही आज धरना दिया गया है। यूनियन के मंत्री सुधीर सोनकर ने कहा कि सेवा शर्तो में एक तरफा परिवर्तन करते हुए जो छुट्टिंयां जनवरी में जारी होनी थीं उन्हें प्रबंधन ने जारी नहीं किया।
धरने में सेट्रल बैंक स्टाफ एसोसिएशन के मंत्री आरके मिश्रा स्थानांतरण कर कर्मचारियों का उत्पीड़न किया जा रहा है। इस मौके पर शैलेंद्र पाण्डया, संजय त्रिवेदी, अनुराग शुक्ला, राकेश तिवारी, मनोज तिवारी, दिनेश चंद्र, श्याम सिंह, अंकुर द्विवेदी, अफरोज आलम, शेखर द्विवेदी आदि थे।