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बांदा में मवेशियों काे चारा देकर किसान ने फंदा लगाकर दी जान, मानसिक तनाव से था ग्रसित

खप्टिहाकला गांव निवासी किसान धर्मेंद्र सिंह पुत्र स्व. गजानंद सिंह चालीस बीघा में खेती कर परिवार का भरणपोषण करते थे। आर्थिक रूप से सम्पन्न थे और गांव में दो खंड के मकान में परिवार के साथ रहते थे।

By Shaswat GuptaEdited By: Published: Thu, 14 Oct 2021 04:05 PM (IST)Updated: Thu, 14 Oct 2021 04:05 PM (IST)
बांदा में मवेशियों काे चारा देकर किसान ने फंदा लगाकर दी जान, मानसिक तनाव से था ग्रसित
बांदा में फांसी लगाए जाने की खबर से संबंधित प्रतीकात्मक फोटो।

बांदा, जेएनएन। मानसिक तनाव से जूझ रहे किसान ने फंदा लगा जान दे दी। गुरुवार सुबह वह पत्नी को लेकर मवेशियों के बाड़े में गया और चारा-पानी दिया। गोबर उठा रही पत्नी से घर से लौट कर आने की बात कही और कमरे में जाकर आत्मघाती कदम उठा लिया। काफी देर तक नहीं लौटने पर पत्नी पहुंची तब घटना का पता चला। पुलिस ने कागजी कार्रवाई कर शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।

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खप्टिहाकला गांव निवासी किसान धर्मेंद्र सिंह पुत्र स्व. गजानंद सिंह चालीस बीघा में खेती कर परिवार का भरणपोषण करते थे। आर्थिक रूप से सम्पन्न थे और गांव में दो खंड के मकान में परिवार के साथ रहते थे। सुबह करीब साढ़े छह बजे पत्नी पूनम उर्फ कारी सिंह को लेकर मवेशियों के बाड़े में गए और चारा-पानी करने लगे। पत्नी मवेशियों को चारा देने के साथ गोबर उठाने लगी तभी कहा कि मैं घर से होकर आता हूं। काफी देर तक नहीं लौटने के बाद पत्नी घर पहुंची  तो कमरे का दरवाजा बंद देखा। खटखटाने पर कोई जवाब नहीं मिला। शोर सुन आसपास के लोग पहुंच गए। दरवाजा तोड़ने पर नायलान की रस्सी से फंदे पर लटके नजर आए तो चीख-पुकार मच गई। आननफानन ट्रामा सेंटर लेकर पहुंचे, जहां मृत घोषित कर दिया गया।

ड्रम पर चढ़ लगाई थी फांसी : ग्रामीणों ने बताया कि कमरे में ड्रम रख धर्मेंद्र सिंह ने फंदा लगाया था। घटना के समय मां बदन सिंह शौच को गई थीं।

बड़े भाई ने कुएं में कूद दी थी जान: धर्मेंद्र की मौत से नौ साल के बेटे अभिनव और पांच साल के शिवाय के सिर से पिता का साया हट गया। दस साल पहले उसकी शादी हमीरपुर जिले के सुवासा में पूनम से हुई थी। पड़ोसियों ने बताया कि करीब 18 साल पहले धर्मेंद्र के बड़े भाई जितेंद्र ने कुएं में कूदकर जान दे दी थी। पिता का काफी पहले हार्ड अटैक से निधन हुआ था। खप्टिहाकला चौकी इंचार्ज ओमप्रकाश द्विवेदी ने बताया कि प्रारंभिक पूछताछ में पता चला है कि धर्मेंद्र करीब पंद्रह दिनों से मानसिक तनाव में चल रहे थे। हालांकि स्वजन यह नहीं बता सके कि वह किस बात को लेकर परेशान थे। आत्मघाती कदम उठाने की वजह पता की  जा रही है।


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