खाते से गायब 20 लाख रुपये का पता न चला तो किसान ने उठा लिया ये कदम
पैतृक भूमि बेचकर मिली रकम बड़ौदा उप्र ग्रामीण बैंक खाते में जमा किये थे।
कानपुर, जेएनएन। जमीन बेचकर मिली रकम बैंक खाते से गायब हो जाने से एक किसान बेहद परेशान हो गया। काफी प्रयास के बाद भी उसे रकम वापस नहीं मिली तो उसने आत्मघाती कदम उठा लिया। घटना घाटमपुर के साढ़ चौकी क्षेत्र के गांव पालपुर की है। रिश्तेदार के घर पर 52 वर्षीय किसान विद्यासागर ने सोमवार रात गांव किनारे नीम के पेड़ पर फांसी लगाकर जान दे दी। खाते से निकले 20 लाख रुपये वापस न मिल पाने से वह तनाव में थे।
फतेहपुर के बकेवर थाना अंतर्गत गांव सदान बदान का पुरवा निवासी विद्यासागर ने वर्ष 2014 में पैतृक भूमि बेची थी। इससे 20 लाख 50 हजार रुपये मिले थे। उन्होंने बड़ौदा उप्र ग्रामीण बैंक की बरईगढ़ शाखा में पत्नी सुशीला व अपने संयुक्त खाते में रुपये जमा कर दिए। करीब दो महीने से विद्यासागर पत्नी के साथ साढ़ के गांव पालपुर निवासी रिश्तेदार अजय के घर रह रहे थे। सोमवार देर रात वह बिना बताए घर से निकले थे। सुबह उनका शव गांव के बाहर खेत में नीम के पेड़ से लटकता मिला।
परिजनों ने साढ़ चौकी प्रभारी गणेश सिंह से आरोप लगाया कि सजेती के गांव धरछुआ निवासी रिश्तेदार भूपङ्क्षसह ने बैंक प्रबंधक की मिलीभगत से विद्यासागर के खाते से 20 लाख रुपये पार कर दिए हैं। दौड़भाग करने पर भी रकम नहीं मिली थी। भूपसिंह के खिलाफ कोर्ट में मुकदमा भी किया था। सोमवार को ही तारीख से लौटे थे, लेकिन रकम जाने के बाद से उनकी मानसिक स्थिति ठीक नहीं थी। कार्यवाहक थानाध्यक्ष बृजेश कुमार ने बताया कि तहरीर आने पर मुकदमा किया जाएगा।
लोकसभा चुनाव और क्रिकेट से संबंधित अपडेट पाने के लिए डाउनलोड करें जागरण एप