Budget 2021: स्क्रैप पॉलिसी से आटोमोबाइल सेक्टर बढ़ी की उम्मीदें
आम बजट के बाद आटो मोबाइल सेक्टर से जुड़े लोग खुश हैैं। इनका मानना है कि बजट में आइ स्क्रैप पॉलिसी से आटोमोबाइल सेक्टर के बहार आ सकती है। कारोबारियों का मानना है कि शहर के पर्यावरण की स्थिति भी सुधरेगी।नए वाहनों की बढ़ेगी बिक्री
कानपुर, जेएनएन। कानपुर के 16 हजार से पुरानी कारें हैं। ऐसे में बजट में आइ स्क्रैप पॉलिसी से आटोमोबाइल सेक्टर से जुड़े कारोबारियों के चेहरे खिल गए हैं, हालांकि इसका प्रभाव पुरानी कारों पर भी पड़ेगा।
बजट में पुराने वाहनों के फिटनेस में पास न होने पर उसे स्क्रैप करने की बात कही गई है। आटोमोबाइल के शोरूम संचालकों के मुताबिक पुराने वाहनों को स्क्रैप किया जाएगा तो नई कारों की बिक्री तेज होगी और आटोमोबाइल सेक्टर तेजी से बढ़ेगा। कानपुर में हर माह दो से ढाई हजार कारों की बिक्री होती है। नवरात्र और दीपावली के मौके पर यह बिक्री बढ़ जाती है। इस वर्ष नवरात्र में 1,550 कारों की बिक्री हुई थी। कारोबारियों के मुताबिक इस हिसाब से देखा जाए तो जो कारें स्क्रैप होने लायक हैं, वह छह से सात माह की बिक्री के बराबर हैं। इनके स्क्रैप होने से बाजार में मांग तेजी से बढ़ेगी। इसके अलावा 80 हजार से ज्यादा दोपहिया वाहन हैं जो 20 वर्ष की आयु गुजरने के बाद भी चल रहे हैं। यह योजना प्रदूषण को खत्म करने के लिए लाई जा रही है।
शहर में हर माह बिकती छह सौ पुरानी कारें
कानपुर में पुरानी कारों के करीब 15 बाजार हैं। यहां से दूसरे शहरों में भी कारें बेची जाती हैं। हर माह औसतन छह सौ कारों की बिक्री की जाती है।
ऑटो मोबाइल इंडस्ट्री की रफ्तार इस समय अच्छी है। स्क्रैप पॉलिसी आने से कारों की बिक्री की रफ्तार और तेजी होगी। इसका लाभ कार मार्केट को मिलेगा।
शैलेंद्र तिवारी, महाप्रबंधक, कार शोरूम।
पुरानी कारों का बाजार इससे करीब 10 फीसद प्रभावित होगा। जितने वर्ष पुरानी कारों को स्क्रैप करना है, उतनी पुरानी कारों की बिक्री बहुत कम होती है। इससे रेट पर असर नहीं होगा।
लक्ष्मीकांत, पुरानी कारों के विक्रेता।-
आज जो 15-20 वर्ष पुरानी कारें हैं, वे ही कल 50 वर्ष पुरानी होकर एंटीक की श्रेणी में आएंगी। अगर पुरानी कारें स्क्रैप कर देंगे तो एंटीक कारों का क्या होगा, वो तो खत्म ही हो जाएंगी।
अन्नू अवस्थी, पुरानी कारों के विक्रेता।