मोबाइल-लैपटॉप खोलेंगे खुदकशी का राज, किन दो लोगों से हुआ था वंदना का झगड़ा Etawah News
सैफई मेडिकल कॉलेज में भाजपा नेता की पुत्री जूनियर डॉक्टर की खुदकशी की वजह पुलिस तलाशने में जुटी है।
इटावा, जेएनएन। सैफई मेडिकल यूनिवर्सिटी हॉस्टल में फांसी लगाने वाली जूनियर डॉक्टर (जेआर) वंदना शुक्ला की खुदकशी की वजह पुलिस तलाश रही है। मोबाइल व लैपटॉप कब्जे में लेकर पुलिस कॉल डिटेल भी खंगाल रही है। वहीं वंदना का दो लोगों से झगड़ा होने की भी जानकारी सामने आई, जिनके बारे में भी पता लगाया जा रहा है। देखा जा रहा है कि पिछले कुछ दिनों में छात्रा की किन-किन लोगों से और कितने मिनट बातचीत हुई। मेडिकल यूनिवर्सिटी ने भी मामले की जांच के लिए चार सदस्यीय समिति गठित की है।
पिता ने खड़े किए कई सवाल
सैफई मेडिकल यूनिवर्सिटी में जूनियर डॉक्टर वंदना की मौत पर गाजियाबाद के प्रताप विहार निवासी पिता भाजपा पश्चिमी उत्तर प्रदेश के उपाध्यक्ष केके शुक्ला ने सवाल खड़े किए हैं। उन्होंने कहा कि बेटी आत्महत्या नहीं कर सकती, वह इतनी कमजोर नहीं थी। मामले की जांच जरूरी है। कमरे में बेड पर बेटी के पैर घुटनों से मुड़े हुए थे, जो कहीं न कहीं मामले को संदिग्ध कर रहे हैं।
वंदना को घर के लोगों से कोई परेशानी नहीं थी और उसकी बातचीत बराबर होती रहती थी। शनिवार को बेटी का दो लोगों से झगड़ा होने की जानकारी मिली है। वह दो लोग कौन हैं और किस बात पर झगड़ा हुआ था, इसकी जांच करानी चाहिए। उन्होंने कहा कि यूनिवर्सिटी प्रशासन का रवैया भी ठीक नहीं था। वंदना का शव जब कमरे से निकाला गया तब वहां पर यूनिवर्सिटी का कोई अधिकारी मौजूद नहीं था। एक बार इमरजेंसी में ले जाकर जांच कर ली जाती तो ठीक होता।
नवरात्र पर स्कूटी लेने वाली थी
रक्षाबंधन पर वंदना गाजियाबाद स्थित अपने घर गई थी और उसने कोई परेशानी नहीं बताई थी। उसके बाद परिवारीजन भी सैफई मिलने आए थे तब भी उसने कुछ नहीं बताया। पिता का कहना है कि वंदना को नवरात्र पर स्कूटी लेनी थी। अगर कोई परेशानी होती तो वह जरूर बताती। वह पढऩे में मेधावी थी। कुछ दिन पहले उसने मुंबई से करीब 50 हजार रुपये की किताबें भी मंगाई थीं।
क्यों लगाई वंदना ने फांसी, पुलिस तलाश रही वजह
सीओ एसएन वैभव पांडेय ने बताया कि मोबाइल और लैपटॉप कब्जे में लिया गया है। वंदना का आइफोन लॉक है, उसे खुलवाने का प्रयास किया जा रहा है। मोबाइल देखने के बाद संभव है कि कुछ अहम सुराग लग जाएं। पुलिस एक बार परिवारीजन के साथ वंदना के कमरे का निरीक्षण कर साक्ष्य तलाशेगी। फिलहाल कमरा सील है। उन्होंने बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में फांसी लगाकर आत्महत्या करने की बात सामने आई हैं। अब आत्महत्या के पीछे क्या कारण हो सकते हैं यह भी देखा जा रहा है। हालांकि कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है। पुलिस पता लगाने की कोशिश कर रही है कि आखिर क्या वजह रही जिससे वंदना को फांसी लगाने के लिए मजबूर होना पड़ा।
यूनिवर्सिटी में चार सदस्यीय कमेटी करेगी जांच
कुलपति प्रो.राजकुमार ने बताया कि मामले में जांच के लिए चार सदस्यीय कमेटी बनाई गई है। जूनियर डाक्टरों के अनुरोध पर डीन मेडिकल आलोक कुमार, डीन स्टूडेंट वेलफेयर आलोक कुमार दीक्षित व दो अन्य सदस्यों की एक कमेटी बनाई गई है जो मामले की जांच कर जल्द रिपोर्ट देगी। उन्होंने बताया कि छात्रों के लिए यूनिवर्सिटी प्रशासन हमेशा संवेदनशील रहा है और बेहतरी के हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं।
चिकित्सा शिक्षामंत्री ने मामले की जानकारी ली
चिकित्सा शिक्षा मंत्री सुरेश खन्ना ने कुलपति प्रो. राजकुमार से मामले की जानकारी ली। कुलपति प्रो. राजकुमार ने बताया कि मंत्री को सारे तथ्यों से अवगत कराया गया है। यूनिवर्सिटी प्रशासन का उसमें कहीं दोष नहीं है।
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