Move to Jagran APP

कानपुर में करोड़ों के फ्रॉड केस की EOW ने शुरू की जांच, TMC के पूर्व राज्यसभा सदस्य समेत सात हैं आरोपित

कानपुर में निवेशकों से 25 हजार करोड़ रुपये की धोखाधड़ी के मुकदमे की जांच आर्थिक अपराध अनुसंधान शाखा ने शुरू की है। शासन की मंजूरी मिलने पर कोतवाली पुलिस ने पिछले दिनों विवेचना ईओडब्ल्यू स्थानांतरित की थी। मामले में टीएमसी के पूर्व राज्यसभा सदस्य केडी सिंह समेत सात आरोपित हैं।

By Umesh TiwariEdited By: Published: Mon, 12 Oct 2020 06:51 PM (IST)Updated: Mon, 12 Oct 2020 10:57 PM (IST)
कानपुर में करोड़ों के फ्रॉड केस की EOW ने शुरू की जांच, TMC के पूर्व राज्यसभा सदस्य समेत सात हैं आरोपित
कानपुर में निवेशकों से 25 हजार करोड़ की धोखाधड़ी के मुकदमे की जांच ईओडब्ल्यू ने शुरू की है।

कानपुर, जेएनएन। निवेशकों से 25 हजार करोड़ रुपये की धोखाधड़ी के मुकदमे की जांच आर्थिक अपराध अनुसंधान शाखा (ईओडब्ल्यू) ने शुरू की है। शासन की मंजूरी मिलने पर कोतवाली पुलिस ने पिछले दिनों विवेचना ईओडब्ल्यू स्थानांतरित की थी। मामले में टीएमसी के पूर्व राज्यसभा सदस्य केडी सिंह समेत सात आरोपित हैं। आरोप है कि निवेशकों को प्लाट व मकान देने या फिर 18 फीसद ब्याज के साथ पैसे लौटाने का झांसा देकर रकम निवेश कराई गई और फिर पूरी रकम हड़प ली। 

loksabha election banner

तृणमूल कांग्रेस के पूर्व राज्यसभा सदस्य केडी सिंह के खिलाफ निवेशकों से 25 हजार करोड़ रुपये की धोखाधड़ी के मुकदमे की जांच अब आर्थिक अपराध अनुसंधान शाखा (ईओडब्ल्यू) ने शुरू की है। मामले में पूर्व राज्यसभा सदस्य समेत सात आरोपित हैं। चकेरी निवासी पवन मिश्रा ने पिछले साल तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के पूर्व राज्यसभा सदस्य केडी सिंह व उनकी कंपनी अलकेमिस्ट इंफ्रा लिमिटेड, अलकेमिस्ट टाउनशिप के निदेशकों समेत सात व्यक्तियों के खिलाफ एसएसपी से शिकायत की थी। इस पर कोतवाली थाने में धोखाधड़ी व अमानत में खयानत की धारा में मुकदमा दर्ज हुआ था।

आरोप है कि 2010 में दोनों कंपनियों ने निवेशकों को प्लाट व मकान देने या फिर 18 फीसद ब्याज के साथ पैसे लौटाने का झांसा देकर रकम निवेश कराया और 25 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा की धनराशि हड़प ली। इसमें कानपुर जिले के ही पांच हजार निवेशक होने का दावा किया गया था।

थाना प्रभारी संजीवकांत मिश्र ने बताया कि मुकदमे में राज्यसभा के पूर्व सदस्य केडी सिंह, उनकी कंपनी के डायरेक्टर सतेंद्र सिंह, सुचेता खेमका, जय प्रकाश, बृजमोहन महाजन, छत्रसाल सिंह, नरेंद्र सिंह राणावत, नंदकिशोर आरोपित हैं। आर्थिक अपराध की धनराशि काफी ज्यादा होने के कारण शासन को पत्र लिखकर जांच ईओडब्ल्यू से कराने की सिफारिश की गई थी। पिछले दिनों शासन ने जांच ईओडब्ल्यू स्थानांतरित कर दी। केस डायरी व अन्य जरूरी दस्तावेज ईओडब्ल्यू को रिसीव करा दिए गए हैं।

एसपी ईओडब्ल्यू  बाबूराम ने बताया कि अलकेमिस्ट कंपनी के खिलाफ हजारों करोड़ रुपये की धोखाधड़ी के मुकदमे की जांच कुछ दिन पहले ही ईओडब्ल्यू में आई है। जांच टीम बनाकर विवेचना कराई जा रही है। जल्द निवेशकों को बयान लेने के लिए बुलाया जाएगा। इसके बाद आगे की कार्रवाई होगी। 


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.