सिंचाई विभाग, रोडवेज व रेलवे की अरबों की जमीन पर कब्जे, भूमाफियाओं ने खड़ी कर दीं बहुमंजिला इमारतें
पॉश इलाकों में भूमाफिया ने कब्जाई सरकारी विभागों की जमीन। अफसरों ने नहीं दिया ध्यान देखते ही देखते खड़ी हो गईं बहुखंडीय इमारतें। पिछले दिनों केशवपुरम में विभाग ने जमीन का कुछ हिस्सा खाली भी कराया था। यही हाल रेलवे की जमीन का है।
कानपुर, जेएनएन। भूमाफिया ने केडीए की तरह ही सिंचाई विभाग, रेलवे और रोडवेज की अरबों रुपये की जमीन पर कब्जे कर लिए है। इनमें से कई जगह प्लाटिंग कर भूखंड भी बेच दिए गए हैं। अफसरों के ध्यान न देने से होटल, गेस्टहाउस, नर्सिंग होम और बहुतखंडीय इमारतें खड़ी हो गई हैं, लेकिन अफसरों को इसकी फिक्र नहीं है। जब भी मामला उठता है तो महज नोटिस देकर अपना पल्ला झाड़ लेते हैं।
पांडुनगर से लेकर आइआइटी तक, हलुवाखाड़ा, साकेतनगर समेत कई जगह लोगों ने सिंचाई विभाग की जमीन पर कब्जा कर लिया है। यहां होटल गेस्ट हाउस बन बन गए हैं। कई सरकारी विभाग भी कब्जेदार हैं। सिंचाई विभाग के अधिकारी कई बार नोटिस दे चुके हैं। बोर्ड भी लगाए हैं, लेकिन इसका कोई असर नहीं हो रहा है। पिछले दिनों केशवपुरम में विभाग ने जमीन का कुछ हिस्सा खाली भी कराया था। यही हाल रेलवे की जमीन का है। जरीब चौकी से परमट, सरसैया घाट, झकरकटी पुल के आसपास लोगों ने रेलवे की अरबों रुपये की जमीन पर कब्जा कर रखा है, लेकिन सिर्फ नोटिस ही दिया जा रहा है। इसी तरह विकास नगर में रोडवेज की डिपो के सामने स्थित पांच एकड़ जमीन पर लोगों ने कब्जा कर रखा है। इनमें से काफी जमीन प्लाटिंग करके बेच दी गई है। मामला अदालत तक चल रहा है। यह जगह खाली हो जाए तो विभाग को अरबों रुपये का लाभ मिलेगा।