कानपुर में मीटर रीडर हड़ताल पर तो रीडिंग और बिलिंग के लिए लगाए गए अभियंता
केस्को प्रबंधन ने उपभोक्ताओं के बिल बनाने के लिए अभियंताओं की ड्यूटी लगाई है। अधिशासी अभियंता सहायक अभियंता व अवर अभियंता शनिवार को घर-घर जाकर मीटर रीडिंग लेकर बिल बनाते रहे। हड़ताल के चलते 5.53 लाख उपभोक्ताओं के बिल नहीं बन पा रहे हैं।
कानपुर, जेएनएन। न्यूनतम वेतन की मांग को लेकर मीटर रीडरों की हड़ताल तीसरे दिन भी जारी रही। मीटर रीडिंग न होने से उपभोक्ता परेशान रहे। केस्को प्रबंधन ने रीडिंग के लिए अभियंताओं को लगाया है। हालांकि पूरे दिन में सिर्फ 276 बिल बन सके, जबकि एक दिन में औसत सात हजार मीटरों की रीडिंग होती है।
संविदा कर्मचारी संगठन केस्को के बैनर तले मीटर रीडर तीन दिनों से हड़ताल पर हैं। बिलिंग का कार्य पूरी तरह ठप हो गया है। समय पर बिलिंग न होने से इसका असर उपभोक्ताओं की जेब पर पड़ेगा। स्लाट बदलने से बिजली का बिल बढ़ कर आएगा। मीटर रीडरों की हड़ताल के चलते 5.53 लाख उपभोक्ताओं के बिल नहीं बन पा रहे हैं। केस्को प्रबंधन ने उपभोक्ताओं के बिल बनाने के लिए अभियंताओं की ड्यूटी लगाई है। अधिशासी अभियंता, सहायक अभियंता व अवर अभियंता शनिवार को घर-घर जाकर मीटर रीडिंग लेकर बिल बनाते रहे। संविदा कर्मचारी संगठन केस्को के महामंत्री दिनेश सिंह भोले ने कहा कि हर मीटर रीडर को 11 हजार रुपये दिए जाएं। उधर, केस्को संविदा मजदूर संघ के अध्यक्ष शिव कुमार गौतम ने दावा किया कि मीटर रीडरों की मांगें पूरी होने पर वे काम पर लौट आए हैं।
-मीटर रीडिंग व बिलिंग शुरू कर दी गई है। केस्को कर्मचारियों को भी जिम्मेदारी दी गई है। मीटर रीङ्क्षडग को प्रभावित नहीं होने दिया जाएगा। -चंद्रशेखर अंबेडकर, केस्को मीडिया प्रभारी