मेट्रो दौड़ने से पहले अतिक्रमण से जाम
आइआइटी से मोतीझील के बीच मेट्रो ट्रैक का निर्माण तेजी से किया जा रहा है।
जासं, कानपुर: आइआइटी से मोतीझील के बीच मेट्रो ट्रैक का निर्माण तेजी से किया जा रहा है, लेकिन अभी तक रास्ते से ना तो अतिक्रमण हटाए गए ना ही सड़कें चौड़ी हुई हैं। इसके चलते दिनभर लोगों को जाम से जूझना पड़ता है। दिनभर उड़ती धूल के कारण सांस लेना भी दूभर हो जाता है। गर्मी में समस्या और बढ़ेगी।
इन स्थानों पर होती है ज्यादा समस्या
स्थान - कल्याणपुर-बिठूर तिराहा
समय - 12.05 बजे
आइआइटी की तरफ से आ रहे रामदेव तिवारी को कल्याणपुर से बिठूर आने में आधा घंटा लग गया। डिवाइडर के दोनों तरफ मेट्रो के पिलर बनाने के लिए गलियारा बनाया गया है। इसके चलते दोनों तरफ का रास्ता संकरा हो गया है। जाम में फंसे ई रिक्शे में बैठी 64 वर्षीय सुधा का धूल उड़ने के कारण सांस लेना मुश्किल हो रहा था।
स्थान -इंदिरा नगर तिराहा
समय - 12.25
इंदिरा नगर तिराहा से कल्याणपुर-पनकी जाने के लिए वाहन चालकों को जूझना पड़ रहा था। रास्ता नहीं होने और जल्दी जाने के चलते लोग वाहन आड़े तिरछे करके निकालने में लगे हुए थे। जयपाल सिंह का रास्ता पार करना मुश्किल हो गया। सड़क संकरी होने के कारण वाहन रेंग-रेंगकर निकलने को मजबूर हैं।
आइआइटी से मोतीझील तक का हाल
आइआइटी से मोतीझील के बीच दस क्रॉसिंग पड़तीं हैं, यहां से तीन दर्जन से ज्यादा मोहल्ले जुड़े हैं। यहां से रोज दो लाख से ज्यादा लोग गुजरते हैं।
जनता बोली
विकास हो लेकिन जनता का भी ध्यान रखा जाए। अतिक्रमण हटाया जाए और सड़क चौड़ी की जाए।
जयपाल सिंह
अगर व्यवस्था में सुधार नहीं हुआ तो गर्मी और बारिश में स्थिति और खराब हो जाएगी। निकलना मुश्किल हो गया है।
अश्विनी
एक किलोमीटर का रास्ता पार करने में आधा घंटा लग गया। वाहन रेंग- रेंगकर निकलने को मजबूर है।
रामदेव तिवारी
उड़ती धूल के कारण सांस लेना मुश्किल हो जाता है। गर्मी में हवा चलने पर और धूल उड़ेगी।
गौरव कुमार
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सड़क को दुरुस्त कराया जा रहा है, जो भी समस्याएं आ रहीं हैं उनको दूर किया जाएगा।-पुष्पा बेलानी, मुख्य जनसंपर्क अधिकारी, मेट्रो कानपुर।