CSJMU Foundation में आठ कंपनियों का हुआ उद्भव, कई उत्पाद बना चुकीं है कंपनियां
कानपुर के सीएसजेएमयू में नवाचार और तकनीक को बढ़ावा मिलते ही कंपनियों का आना शुरू हो गया है। वहीं दो माह में ही सीएसजेएमयू फाउंडेशन में आठ कंपनियों का उद्भव हुआ है जो विभिन्न उत्पाद विकसित कर रही हैं।
कानपुर, जागरण संवाददाता। छत्रपति शाहू जी महाराज विश्वविद्यालय (सीएसजेएमयू) में नवाचार और तकनीक को बढ़ावा मिलते ही कंपनियों का आना शुरू हो गया है। दो माह में ही सीएसजेएमयू फाउंडेशन में आठ कंपनियों का उद्भव हुआ है, जो विभिन्न उत्पाद विकसित कर रही हैं। कंपनी के अधिकारियों ने इस वर्ष के अंत तक कंपनियों की संख्या दो दर्जन होने की संभावना जताई है।
नवाचार अधिकारी अनिल कुमार त्रिपाठी ने बताया कि विश्वविद्यालय की ओर से सीएसजेएमयू फाउंडेशन बनाए जाने के बाद कंपनियों का आना शुरू हुआ है।
आठ कंपनियां भारतटेक ईकोसिस्टम प्राइवेट लिमिटेड, मेदांत्रिक मेडटेक, संग्रह इनोवेशन, न्यूगेदर इंडिया प्राइवेट लिमिटेड, टेंट मायूक्स टेक्नोलाजीज, न्यूट्रीकोष इंडिया प्राइवेट लिमिटेड, आंसरकोच एजुवेंचर्स प्राइवेट लिमिटेड व आटोक्लिक प्रोडक्ट्स एंड सर्विस प्राइवेट लिमिटेड ने इन्क्यूबेशन कराया है।
नवाचार अधिकारी ने बताया कि संस्थान की ओर से कंपनियों को तकनीक व अन्य सहायता प्रदान की जा रही है। विश्वविद्यालय व संबद्ध महाविद्यालयों के कई छात्र-छात्राएं उद्यम स्थापित करने की कोशिश कर रहे हैं।
यह उत्पाद बना चुकीं कंपनियां : संग्रह इनोवेशन कंपनी ने आक्सीजन कंसंस्ट्रेटर विकसित किया था, जिसका सफल ट्रायल जीएसवीएम मेडिकल कालेज में भी हुआ था। न्यूगेदर इंडिया कंपनी ने हवा शोधन यंत्र (एयर प्यूरीफायर) विकसित किया था, जो कमरे में मौजूद वायरस को भी आसानी से नष्ट कर सकता है। टैंट मायूक्स ने जानवरों के प्रजनन की निगरानी के लिए उपकरण बनाया है, ताकि प्रजनन के दौरान मृत्युदर को कम किया जा सके।
भारतटेक इकोसिस्टम ने भारतटेक नाम से सर्च इंजन बनाया है तो मेदांत्रिक मेडटेक ने आक्सीजन मापने का यंत्र विकसित किया है। न्यूट्रीकोष इंडिया ने किसानों की मदद के लिए एप्लीकेशन, आंचरकोच एजुवेंचर्स ने आनलाइन शिक्षण को आसान बनाने का प्लेटफार्म और आटोक्लिक ने घरों के उपकरणों को दूर से आपरेट करने का एप तैयार किया है।