गजब हाल है...बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे के निर्माण में लगे डंपरों ने महोबा मेें रौंद डाले मुख्य मार्ग
मौरंग आदि माल लाद कर ले जाने वाले भारी वाहनों के दिन रात आवागमन से सड़क पर कई स्थानों में गड्डे हो चुके हैं। इन वाहनों के कारण इस सड़क पर दो साल के अंदर पांच लोगों की जान जा चुकी है। करीब 30 लोग जख्मी हुए हैं।
कानपुर, जेएनएन। बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे के निर्माण कार्य में लगे डंपर व ट्रकों के आवागमन से चरखारी क्षेत्र के मुख्य मार्गों की हालत खराब होती जा रही है। पांच साल पहले बने महोबा से चरखारी को जाने वाली सड़क गड्डों में तब्दील हो चुकी है। दो साल के अंदर इस रोड पर दुर्घटनाएं भी बढ़ी हैं। करीब पांच साल पहले महोबा से चरखारी, चरखारी से मुस्करा, श्रीनगर से चरखारी की सड़क तैयार हुई थी। करीब दस करोड़ की लागत से तैयार यह सड़कें अब पूरी तरह से टूट चुकी है।
बुंदेलखंड एक्सप्रेस वे में गिट्टी, मौरंग आदि माल लाद कर ले जाने वाले भारी वाहनों के दिन रात आवागमन से सड़क पर कई स्थानों में गड्डे हो चुके हैं। इन वाहनों के कारण इस सड़क पर दो साल के अंदर पांच लोगों की जान जा चुकी है। करीब 30 लोग जख्मी हुए हैं। कस्बा में पैदल चलने वाले राहगीर व दो पहिया वाहन चालक, रिक्शा वाले भारी वाहनों से भयभीत रहते हैं। भारी वाहनों से कबरई से रिवई वाया उटिया,शिवहर, कीरतपुरा का करीब तीस किमी मार्ग, गहरौली से खरेला वाया पुनिया, पूर्ण रूप से गड्ढों में तब्दील होकर ध्वस्त हो गए हैं। वहीं महोबा से चरखारी श्रीनगर से चरखारी, चरखारी से खरेला सड़क भी टूट चुकी है। एसडीएम पीयूष जयसवाल ने बताया कि इस सड़क को दुरुस्त कराने के लिए पीडब्ल्यूडी को पत्र लिखा जाएगा। स्थानीय लोगों ने इस बात को लेकर आक्रोश प्रकट किया है। उनका कहना है कि डंपरों की वजह से सड़कों को बुरा हाल हो गया है। करीब दस करोड़ की लागत से तैयार यह सड़कें अब पूरी तरह से टूट चुकी है।