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डॉ. सुनीता वर्मा ने कहा, प्रदूषण खत्म करने के साथ यह खास किस्म के पौधे घर की शोभा बढ़ाते हैं

पटाखों का शोर शुरू हो गया है। शोर के साथ इनसे निकलने वाली जहरीली गैसें आम आदमी से लेकर सांस के मरीजों के लिए खतरे की घंटी हैं। प्रकृति की गोद में इस धुएं से बचने के लिए प्रकृति की गोद में सिर रखकर इनसे बचा जा सकता है।

By Akash DwivediEdited By: Published: Sun, 01 Nov 2020 03:04 PM (IST)Updated: Sun, 01 Nov 2020 03:04 PM (IST)
डॉ. सुनीता वर्मा ने कहा, प्रदूषण खत्म करने के साथ यह खास किस्म के पौधे घर की शोभा बढ़ाते हैं
कानपुर स्थित क्राइस्ट चर्च डिग्री कॉलेज का प्रतीकात्मक फोटो

कानपुर, जेएनएन। दीपावली करीब आने के साथ ही पटाखों का शोर शुरू हो गया है। शोर के साथ इनसे निकलने वाली जहरीली गैसें आम आदमी से लेकर सांस के मरीजों के लिए खतरे की घंटी हैं। प्रकृति की गोद में इस धुएं से बचने के लिए प्रकृति की गोद में सिर रखकर इनसे बचा जा सकता है। प्रदूषण के कारण हवा में घुले जहर को आप कुछ खास किस्म के पेड़-पौधों से दूर कर सकते हैं। ये पौधों न सिर्फ प्रदूषण कम करते हैं बल्कि घर की शोभा भी बढ़ाते हैं। क्राइस्ट चर्च डिग्री कॉलेज में वनस्पति विज्ञान में एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. सुनीता वर्मा ने बताया कि बैम्बू पाम ऐसा पौधा है जो फॉर्मेल्डिहाईड जैसी जहरीली गैस सोख लेता है। इसमें पत्तियों की संख्या अधिक होती है। यह पौधा प्राकृतिक रूप से नमी को अवशोषित करने की क्षमता रखता है। इसके अलावा स्नेक प्लांट एक ऐसा पौधा है कि ऑक्सीजन की मात्रा अधिक छोड़ता है। इसके अलावा घर में रखे जाने वाले मनी प्लांट व स्पाइड प्लांट जैसे पौधे भी प्रदूषण के कण अवशोषित करके घर में प्राणवायु का संचार करते हैं। प्रदूषण का विष पीकर यह पौधे दिनभर आक्सीजन देकर प्रदूषण से होने वाले नुकसान से काफी हद तक बचा सकते हैं।

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प्रदूषण के प्रहार को अपनी ऊपर लेकर देते हैं नवजीवन

चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के मृदा जांच एवं वानिकी विभाग के वरिष्ठ प्रोफेसर मुनीश गंगवार ने बताया कि जामुन, बरगद, पीपल व गूलर जैसे पेड़ गिरते पारे के चलते निचली परत में घूमने वाले प्रदूषण के कण से रक्षा करते हैं। जामुन प्रदूषण रोकने में मददगार होता है जबकि बरगद का पेड़ अपनी लंबी उम्र तक प्रदूषण सोखकर आक्सीजन देता है। इसके अलावा पीपल का पेड़ भी 24 घंटे प्राण वायु देता है। गूलर के पेड़ की छाल को औषधि के रूप में उपयोग की जाती है जबकि यह वातावरण को प्रदूषण मुक्त करने की क्षमता रखता है। एलोवरा व केसिया सियामिया एक ऐसा औषधीय पौधा है जिससे घरों में उपयोग किए जाने वाले मसाले तैयार किए जाते हैं जबकि प्रदूषण खत्म करना इसका बड़ा गुण होता है। जरबेरा गार्डन भी 24 घंटे ऑक्सीजन देता है।


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