डॉ. शाहीन के कई मुहल्लों में थे गहरे संपर्क, दादा मियां में खूब था आना-जाना; फतेहपुर से भी जुड़ रहे हैं तार
जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज की डा. शाहीन के कानपुर के मुस्लिम इलाकों में गहरे संपर्क थे। 2006-2013 के दौरान उसने शहर में एक बड़ा नेटवर्क बनाया। पुलिस को उसके फतेहपुर कनेक्शन के बारे में भी पता चला है। वह नई सड़क, यतीमखाना जैसे इलाकों में अक्सर जाती थी। पुलिस अब उसके संपर्कों और गतिविधियों की जांच कर रही है। उसके तार लखनऊ और अन्य शहरों से भी जुड़े हैं।

गौरव दीक्षित, कानपुर। जीएसवीएम मेडिकल कालेज में पढ़ाने वाली आतंकी संगठन जैश की महिला विंग की कमांडर डा. शाहीन के शहर के कई मुस्लिम बहुल मुहल्लों में गहरे संपर्क थे। उसका इन मुहल्लों में खूब आना-जाना रहता था। उसके संपर्कों को लेकर खुफिया एजेंसियों व स्थानीय पुलिस को महत्वपूर्ण सुराग मिले हैं। पता चला है कि उसने वर्ष 2006 से 2013 तक मेडिकल कालेज में आठ साल तैनाती के दौरान कानपुर में बड़ा नेटवर्क खड़ा कर लिया था।
पुलिस उन लोगों पर नजर रख रही है, जो उसके नेटवर्क से जुड़े थे। अब तक की पड़ताल में डा. शाहीन के तार पड़ोसी जिले फतेहपुर से भी जुड़े होने की जानकारी मिली है। पुलिस इस मामले में जल्द कोई बड़ा पर्दाफाश कर सकती है। डा. शाहीन का मामला हाईप्रोफाइल है, इसलिए कोई खुले तौर पर बोलने को तैयार नहीं है।
हालांकि, मंगलवार देर रात तक जांच में पता चला है कि वह मेडिकल कालेज में जरूर किसी से भी बात नहीं करती थी पर शहर में धीरे-धीरे नेटवर्क खड़ा कर रही थी। मेडिकल कालेज में एकाकी जिंदगी बिताने वाली शाहीन नई सड़क, यतीमखाना, तलाक महल, दादामियां समेत तमाम क्षेत्रों में संपर्क सूत्र बना चुकी थी। वहां उसका रोजाना आना-जाना था।
पुलिस व खुफिया एजेंसियों को उन संपर्क सूत्रों की भनक लग चुकी है। ऐसे लोग चिह्नित किए जा रहे हैं व उन्हें हिरासत में लेकर पूछताछ भी होगी। पुलिस के उच्चपदस्थ सूत्रों के मुताबिक, अभी यह तय नहीं हो सका है कि शाहीन इन संपर्क सूत्रों का प्रयोग किन आतंकी गतिविधियों को संचालित करने के लिए कर रही थी।
वह यहां की सेना व गतिविधियों की जानकारियां दुश्मन देशों को भेज रही थी या आम लोगों में देश के खिलाफ विद्रोह की चिंगारी भड़का रही थी, इसकी जांच की जा रही है। सूत्रों के मुताबिक, जैश कमांडर के पहले पति डा. जफर का संबंध फतेहपुर से है। इसकी आड़ में उसने फतेहपुर में भी नेटवर्क तैयार किया था।
हालांकि, वहां वह ज्यादा प्रभावशाली साबित नहीं हो सकी थी। शुरुआती जांच में पुलिस व एजेंसियों को शाहीन के लखनऊ, फतेहपुर, फरीदाबाद, पंजाब के कुछ जिलों, कश्मीर व कोलकाता से भी तार जुड़े होने की जानकारी मिली है। एजेंसियां इन सूचनाओं को एक दूसरे के साथ साझा करके किसी निष्कर्ष पर पहुंचने के प्रयास में जुटी हैं।

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